Maharashtra: महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीट जीतना चाहते हैं अमित शाह, BJP कार्यकर्ताओं को दिया विजय मंत्र
(Photo Credit : Twitter/@AmitShah)

मुंबई, 19 फरवरी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों को 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की सभी 48 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया.

शाह ने कोल्हापुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए ‘‘मुख्यमंत्री बनने के लिए (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख) शरद पवार के चरणों में आत्मसमर्पण’’ करने का आरोप लगाया. UP: बीजेपी नेता राजेश मिश्रा ने 55 साल की उम्र में दी 12वीं की परीक्षा, पास होने के बाद लॉ की करेंगे पढ़ाई

ठाकरे ने 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया था और भाजपा पर शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री का पद साझा करने के अपने वादे से मुकरने का आरोप लगाया था. बाद में ठाकरे ने राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का नेतृत्व किया. पिछले साल जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुई बगावत के बाद तत्कालीन एमवीए सरकार गिर गई थी.

शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘2019 में, भाजपा और उसके सहयोगियों ने 48 में से 42 सीटें जीतीं. इस बार, हमें सभी 48 सीटें जीतनी चाहिए.’’ ठाकरे पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, ‘‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना का शरद पवार के चरणों में समर्पण कर दिया गया. उन्होंने (उद्धव ठाकरे) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट-आउट के साथ हमारे साथ विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन नतीजे आने के बाद , उन्होंने (ठाकरे) पवार के चरणों में आत्मसमर्पण कर दिया.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सत्ता के लालची नहीं हैं और न ही हमने कभी अपने सिद्धांतों का बलिदान किया है. पिछला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में लड़ा गया था. प्रधानमंत्री मोदी और मैंने अपनी रैलियों के दौरान खुले तौर पर यह बात कही थी. इसके बावजूद, उन्होंने (ठाकरे) विपक्ष के साथ हाथ मिलाया.’’

शिंदे गुट को असली शिवसेना मानने और उसे तीर-धनुष का चुनाव चिह्न देने के चुनाव आयोग के शुक्रवार के फैसले की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि वे (ठाकरे गुट) अब सबक सीखेंगे. शाह ने ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, ‘‘छल से आप कुछ दिनों के लिए सत्ता हासिल कर सकते हैं, लेकिन जब युद्ध के मैदान की बात आती है तो आपको जीतने के लिए साहस की जरूरत होती है.’’

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