गुरुग्राम, 3 अक्टूबर: 31 जुलाई को नूंह हिंसा के सिलसिले में पिछले महीने गिरफ्तार किए गए कांग्रेस के हरियाणा विधायक मम्मन खान को मंगलवार को एक अदालत ने दो मामलों में अंतरिम जमानत दे दी. जानकारी के मुताबिक, वह 18 अक्टूबर तक जमानत पर बाहर रहेंगे. यह भी पढ़ें: Man stabbed to Death: दिल्ली के रामलीला मैदान में युवक की चौकू से गोदकर हत्या, पत्थर से कुचला सिर
मंगलवार को उन्हें अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय शर्मा की अदालत ने अंतरिम जमानत दे दी. नूंह की एक अदालत ने कांग्रेस नेता को 30 सितंबर को चार मामलों में से दो मामलों में जमानत दे दी थी, लेकिन वह जेल में ही रहे.
खान को नूंह जिले के नगीना ब्लॉक में सांप्रदायिक झड़पों में कथित संलिप्तता के लिए 19 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. नूंह पुलिस ने जमानत का विरोध किया था और कहा था कि विधायक की हिंसा भड़काने में अहम भूमिका थी और उन्हें जमानत नहीं दी जानी चाहिए. पुलिस ने जोर देकर कहा कि उनके मोबाइल और लैपटॉप की साइबर सेल रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर आने की उम्मीद है और यह हिंसा में उसकी संलिप्तता साबित करेगी.
खान के वकील ने दलील दी कि विशेष जांच दल (एसआईटी) के आरोप निराधार हैं और उन्हें जमानत दी जानी चाहिए. हालांकि अभियोजक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि जांच के दौरान विधायक के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं, लेकिन अदालत ने 18 अक्टूबर तक जमानत दे दी और कहा कि खान जांच में सहयोग करेंगे.
अदालत ने एसआईटी को 18 अक्टूबर को अगली सुनवाई पर उनके द्वारा उद्धृत तकनीकी साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा, जिसके गुण-दोष जमानत के भविष्य की दिशा तय करेंगे.
31 जुलाई को नूंह में दो समूहों के बीच सांप्रदायिक झड़पें हुईं, जब जिले से गुजर रहे एक हिंदू संगठन के धार्मिक जुलूस पर हमला किया गया, जिसमें दो होम गार्ड सहित 6 लोग मारे गए। हिंसा में करीब 20 पुलिसकर्मी भी घायल हुए.