देश के कई राज्यों में भारी बारिश ने मचाया कोहराम, चार राज्यों में 48 लोगों की मौत, आम जनजीवन प्रभावित
बाढ़ में बचाव कार्य जारी ( फोटो क्रेडिट- Twitter )

देश के कई हिस्सों में बारिश ने एकबार फिर से कहर बरपा किया है. बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक करीब 48 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए जबकि बिहार में लगातार बारिश से राज्य की राजधानी पटना की सड़कों और अन्य क्षेत्रों में जलभराव हो गया और कम से कम दो मंत्रियों के घर पानी में घिर गए.

उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है. राज्य सरकार ने कहा कि 25 लोगों की मौत शनिवार को हुई, वहीं 10 लोगों की शुक्रवार को जान चली गई थी. मौसम विभाग ने रविवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.

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सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार बारिश के कारण घर गिरने, पेड़ गिरने तथा सांप के काटने के चलते लोगों की मौत हुई. कच्चे मकानों के गिरने के अलावा दीवार गिरने के कारण भी लोगों की मौत हुई है . बयान में कहा गया है कि वर्षाजनित इन हादसों में पांच लोग घायल भी हुए हैं.

वहीं उत्तराखंड में अधिकारियों ने बताया कि हिमालयी तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब जा रहे पंजाब के छह तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जब टिहरी जिले में एक बड़ी चट्टान उनके वाहन पर गिर गई. भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन की वजह से यह चट्टान गिरी. इसके अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश से तीन-तीन लोगों की मौत की खबरें आईं जबकि जम्मू-कश्मीर में भी एक व्यक्ति की मौत हुई.

बिहार में, शुक्रवार से हो रही लगातार भारी बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर दिया है और इसके चलते रेल यातायात, स्वास्थ्य सुविधाएं एवं स्कूल प्रभावित हुए हैं. पटना शहर स्थित उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के निजी मकान, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के आवास निर्जन द्वीप जैसे प्रतीत हो रहे थे.

मौसम विभाग ने 30 सितंबर तक शहर में भारी बारिश होने का अनुमान जाहिर किया है. पटना जिला प्रशासन ने मंगलवार तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर और गर्दनीबाग अस्पताल के परिसर में जलजमाव हो गया. जिला मजिस्ट्रेट कुमार रवि ने संवाददाताओं से कहा, "राजेंद्र नगर और एस के पुरी जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं."

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बारिश से उत्पन्न स्थिति की जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. बिहार में 12 स्थानों पर शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है.

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने पूर्वानुमान जताया कि बिहार के अधिकतर इलाकों में अगले 48 घंटे तक मध्यम से भारी बारिश होगी और स्थिति तीन अक्टूबर के बाद सामान्य होगी. भारतीय मौसम विज्ञान के प्रतिनिधि ने अगले 48 घंटे के पूर्वानुमान में बताया कि मध्य बिहार, पूर्वी बिहार, उत्तर पूर्वी बिहार एवं दक्षिण पूर्वी बिहार में वर्षा की स्थिति बनी रहेगी. उसके बाद स्थिति में सुधार होगा और तीन अक्टूबर तक स्थिति सामान्य हो जायेगी.

बैठक में मौजूद आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति से अवगत कराया और आपदा प्रबंधन की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को 15 अक्टूबर तक विशेष सतर्कता बनाये रखने के निर्देश दिए. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि भारी बारिश से जमीन धसने के कारण धनबाद मंडल के दिलवा- नाथगंज पर अप लाइन एवं डाउन लाइन पर परिचालन कुछ घंटे के लिए प्रभावित रहा.

इसके अलावा भी कुछ ट्रेन रद्द की गईं, कुछ को आंशिक रूप से रद्द किया गया और कुछ के मार्ग में परिवर्तन किया गया. राजस्थान के उदयपुर जिले में शनिवार को एक सरकारी स्कूल की दीवार गिरने की घटना में कम से कम तीन छात्रों की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार यह घटना सुबह उस वक्त हुई जब राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, थोबवाड़ा में बच्चे कक्षा में पहुंचे.

यह स्कूल तलहटी में स्थित है और कल रात अत्यधिक बारिश के कारण यहां जलभराव हो गया था. मध्य प्रदेश के सिवनी जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर किंदरई थाना अंतर्गत घंसौर-केदारपुर रोड पर शुक्रवार रात उफनते नाले को बाइक से पार कर रहे एक पुलिस आरक्षक सहित तीन लोगों की उसमें गिरने से मौत हो गई. तीनों मृतकों के शव पुलिस को शनिवार सुबह घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर मिले.

वहीं जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में 22 वर्षीय महिला पर बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई. जम्मू प्रांत के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते जलभराव और यातायात जाम के कारण शनिवार सुबह जनजीवन बाधित हो गया. बहरहाल, बारिश से किसी तरह के बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है. पिछले कुछ दिनों से गर्मी झेल रहे शहर के लोगों के लिए यह बारिश राहत लेकर आयी है.

मौसम कार्यालय ने एक अक्टूबर तक क्षेत्र में कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश का अनुमान जताया है. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण जल स्रोत भरने के चलते निचले इलाकों में मकानों और दुकानों में बारिश का पानी भर गया जिससे लोगों को दिक्कतें हुईं. उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में किसी तरह के नुकसान की बड़ी खबर नहीं है लेकिन नदियों के मुहाने पर बने कुछ अवैध इमारतों को अचानक पानी का प्रवाह बढ़ने के कारण नुकसान पहुंचा है.

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू प्रांत के अन्य जिलों से भी भारी बारिश की खबरें प्राप्त हुई हैं. हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार को हल्की बारिश हुई, जिससे मौसम के अधिकतम तापमान में औसत से दो-तीन डिग्री की गिरावट आई. इस बीच, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बारिश के बाद कृष्णा नदी फिर से ऊफान पर है. नतीजतन आंध्र प्रदेश में पहले से ही भरे हुए बांधों के जलस्तर और बढ़ गया.