
भारतीय शेयर बाजार में जोश का महौल है! BSE में सूचीबद्ध कंपनियों का Market Cap गुरुवार को 447.30 लाख करोड़ रुपये के नए रिकाॅर्ड पर पहुँच गया. इसके साथ ही, सेंसेक्स भी अपने सबसे ऊंचे स्तर पर बंद हुआ.
30 शेयरों वाला BSE सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 80,392.64 के नए रिकाॅर्ड ऊंचाई को छुआ. लेकिन बाद में, बाजार में उतार-चढ़ाव और निवेशकों द्वारा लाभ बुकिंग के कारण, सेंसेक्स 62.87 पॉइंट या 0.08% बढ़कर 80,049.67 पर बंद हुआ.
BSE में सूचीबद्ध कंपनियों का Market Cap (mcap) 4,47,30,452.99 करोड़ रुपये ($5.36 ट्रिलियन) के नए रिकाॅर्ड शिखर पर पहुँच गया. कुल 4,021 ट्रेड होने वाले शेयरों में से, 2,185 शेयरों में बढ़ोतरी हुई, जबकि 1,742 शेयरों में गिरावट आयी और 94 शेयर अपरिवर्तित रहे.
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ऊँचे स्तर पर खुले, जिससे उनकी रिकाॅर्ड ब्रेकिंग रैली जारी रही. अमेरिकी आर्थिक डेटा कमजोर होने के बाद फेडरल रिजर्व जल्द ही ब्याज दर घटाने शुरू कर सकता है, इस उम्मीद के कारण बाजार में तेजी आई.
स्टॉक्सबॉक्स के तकनीकी और डेरिवेटिव विश्लेषक अवधूत बागकर ने कहा, "शुरुआती तेजी के बावजूद, बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स बुधवार के बंद से लगभग अपरिवर्तित रहे, क्योंकि टेक्नोलॉजी शेयरों में लाभ को HDFC बैंक में नुकसान से ऑफसेट किया गया."
बागकर ने आगे कहा, "कुल मिलाकर, बाजार और गति चौड़ाई सकारात्मक रही. क्षेत्र के नजरिए से फार्मा, हेल्थकेयर और IT अपने समकक्षों की तुलना में सबसे अधिक लाभ हासिल करने वाले क्षेत्र रहे."
व्यापक बाजार में, BSE स्मॉलकैप इंडेक्स 0.62% उछला और मिडकैप इंडेक्स 0.60% चढ़ा.
बेंचमार्क BSE सेंसेक्स ने बुधवार को पहली बार इंट्राडे में ऐतिहासिक 80,000 का स्तर पार किया, जबकि निफ्टी 162 पॉइंट से ज्यादा बढ़कर नए जीवनकाल उच्च स्तर 24,286.50 पर बंद हुआ.
शेयर बाजार में इस तेजी का अर्थ है कि निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य के प्रति आशावादी हैं. यह तेजी काफी समय तक जारी रह सकती है, लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव आना भी स्वाभाविक है. निवेशक को हमे सावधानी बरतनी चाहिए और अपने निवेश को सही तरह से प्रबंधित करना चाहिए.