यूपी विधानसभा उपचुनाव में कांटे के मुकाबले में दो-दो सीटों पर जीती एनडीए और इंडिया गठबंधन
लोकसभा के साथ उत्तर प्रदेश की चार सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में दो सीटों पर भाजपा और दो पर सपा ने जीत दर्ज की. दुद्धी (सोनभद्र) सीट सपा ने भाजपा से छीन ली.
लखनऊ, 4 जून : लोकसभा के साथ उत्तर प्रदेश की चार सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव में दो सीटों पर भाजपा और दो पर सपा ने जीत दर्ज की. दुद्धी (सोनभद्र) सीट सपा ने भाजपा से छीन ली. जबकि बलरामपुर की गैंसड़ी सीट पर सपा का पहले से कब्जा बरकरार था.
वहीं शाहजहांपुर की ददरौल और लखनऊ पूर्वी पर भाजपा ने अपना परचम लहराया है. लखनऊ पूर्वी सीट भाजपा विधायक आशुतोष टंडन के निधन के बाद खाली हुई थी. उपचुनाव में भाजपा ने यहां ओपी श्रीवास्तव पर दांव लगाया.
इंडिया गठबंधन की ओर से यहां से कांग्रेस के मुकेश चौहान मैदान में थे. इस सीट पर वर्ष 2017 और 2022 में भाजपा से आशुतोष टंडन ही जीते थे. इस बार ओपी श्रीवास्तव ने यह सीट जीत ली. लखनऊ पूर्वी से भाजपा के ओपी श्रीवास्तव को 142948 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के मुकेश चौहान को 89061 मिले. वहीं ददरौल सीट से भाजपा के अरविंद सिंह को 105972 वोट मिले और सपा के अवधेश कुमार वर्मा को 89177 वोट मिले. यह भी पढ़ें : CM Yogi Adityanath Birthday: सीएम योगी के जन्मदिन पर पीएम मोदी ने दी बधाई, जानें क्या कहा?
बलरामपुर की गैंसड़ी सीट पर सपा के राकेश यादव को 87120 वोट मिले. वहीं भाजपा के शैलेश उर्फ शैलू को 77683 मत मिले. दुद्धी (सोनभद्र) से सपा के विजय सिंह को 82787 वोट मिले. वहीं भाजपा के श्रवण गौड़ को 79579 मत मिले.
बता दें कि लखनऊ पूर्वी सीट भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आशुतोष टंडन के निधन के बाद पार्टी ने यहां से ओपी श्रीवास्तव पर दांव लगाया था. सपा ने यह सीट कांग्रेस को दी. पार्षद मुकेश सिंह चौहान मैदान में उतरे.
ददरौल सीट भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हो गई थी. इसके बाद पार्टी ने उनके बेटे अरविंद सिंह को मैदान में उतारा. इंडिया गठबंधन ने उनके सामने बसपा सरकार में राज्यमंत्री रहे अवधेश वर्मा पर दांव लगाया. गैंसड़ी सीट सपा विधायक डॉ. शिव प्रताप यादव के निधन से खाली हुई थी.
यहां सपा ने डॉ. शिव प्रताप के बेटे राकेश कुमार यादव पर दांव लगाया था. भाजपा ने पूर्व विधायक शैलेंद्र सिंह शैलू को मैदान में उतारा. दुद्धी के भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को दुष्कर्म मामले में सजा होने और अदालत से अयोग्य ठहराने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ. भाजपा ने संघ से जुड़े श्रवण गोंड पर तो सपा ने सात बार विधायक रहे विजय सिंह गोंड पर दांव लगाया.