Lok Sabha Election 2024: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की घटक नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीडीपी के पास कश्मीर की सभी तीन लोकसभा सीट पर उम्मीदवार खड़े करने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है. पार्टी का संसदीय बोर्ड उम्मीदवारों पर कुछ दिनों में अंतिम फैसला करेगा.
मुफ्ती ने कहा कि केंद्र द्वारा अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के बाद यहां राजनीतिक दलों के लिए एकजुट रहना वक्त की मांग है.
उन्होंने कहा- युवा जेलों में हैं, हम अपनी आवाज नहीं उठा सकते, यहां तक कि कर्मचारियों के परिवार वाले भी कुछ नहीं कह सकते. यहां दमन का माहौल है. इसलिए ऐसे माहौल में हमारा एकजुट होना जरूरी है.
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व का रवैया निराशाजनक और आहत करने वाला है. उन्होंने कहा- जब मुंबई में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) की बैठक हुई, तो मैंने वहां कहा कि चूंकि (नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष) फारूक अब्दुल्ला हमारे वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए वह (सीट बंटवारे पर) फैसला करेंगे और इंसाफ करेंगे. मुझे उम्मीद थी कि वह पार्टी हितों को एक तरफ रख देंगे.
उन्होंने कहा, लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कश्मीर में सभी तीन सीट पर चुनाव लड़ने का एकतरफा फैसला लिया. मुफ्ती ने कहा कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उनसे संपर्क किया होता और फैसले का ऐलान करने से पहले पीडीपी से सलाह-मशविरा किया होता, तो उनकी पार्टी कश्मीर के व्यापक हित में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला कर सकती थी.
उन्होंने कहा- जिस तरह (नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष) उमर (अब्दुल्ला) ने हमें भरोसे में लिए बिना फैसले का ऐलान किया और यह कहा कि पीडीपी के पास कोई कार्यकर्ता या समर्थन नहीं है, इसलिए उन्हें एक भी सीट नहीं मिलेगी, इससे मेरे कार्यकर्ताओं को ठेस पहुंची और उनका दिल टूट गया. वह उमर अब्दुल्ला की आठ मार्च की प्रेस वार्ता का जिक्र कर रही थीं, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि नेशनल कॉन्फ्रेंस घाटी में सभी तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी और अपनी सहयोगी पीडीपी के लिए कोई भी सीट नहीं छोड़ेगी.
पीडीपी प्रमुख ने कहा कि उमर ने जिस तरह से बात की, वह बेहद निराशाजनक था, वह मेरा नहीं बल्कि मेरे कार्यकर्ताओं का अपमान था. तो, मैं अपने कार्यकर्ताओं से नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करने के लिए कैसे कह सकती हूं? उन्होंने कहा कि ये सबकुछ आसान नहीं है. हम उम्मीदवार खड़ा करेंगे और इसे लोगों पर छोड़ देंगे. लोग यह फैसला करेंगे कि वे संसद में किसकी आवाज़ें चाहते हैं.
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