Maharashtra: मराठा आरक्षण के लिए अब धनगरों ने किया हंगामा, मंत्री पर फेंका हल्दी पाउडर!

सोलापुर (महाराष्ट्र): मराठा आरक्षण के मुद्दे से जूझ रही महाराष्ट्र सरकार पर शुक्रवार को धनगरों ने आक्रामक रुख अपनाया. उन्‍होंने आरक्षण की अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए एक मंत्री पर हल्दी पाउडर फेंक दिया. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल सरकारी गेस्ट हाउस में दो व्यक्तियों द्वारा किए गए हल्दी हमले का निशाना बने. उनके सहयोगी और सुरक्षाकर्मी भी इसकी चपेट में आ गए.

विखे-पाटील उन दोनों द्वारा सौंपा गया एक ज्ञापन पढ़ रहे थे, उसी समय उनमें से एक ने जेब से हल्दी पाउडर का एक पैकेट निकाला और मंत्री के सिर और चेहरे को पीला कर दिया. यहां तक ​​कि कुछ अन्य लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया जो वायरल हो गया. Maharashtra: संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का बड़ा बयान, कहा- अफजल खान को जिस वाघनख से शिवाजी ने मारा था, उसे ब्रिटेन से वापस लाया जाएगा

मंत्री के सहयोगियों और सुरक्षाकर्मियों ने हल्दी पाउडर फेंकने वाले व्यक्ति को पकड़ा, उसकी पिटाई की और फिर उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया. उसे धनगर समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए नारे लगाते हुए सुना गया.

हल्दी पाउडर फेंकने वाले व्यक्ति की पहचान धनगर आरक्षण कृति समिति के सदस्य शेखर बागले के रूप में की गई. बागले ने चेतावनी दी कि अगर धनगर आरक्षण मुद्दे का जल्‍द समाधान नहीं किया गया तो अगली बार वे मंत्रियों या यहां तक ​​कि सीएम का चेहरा काला करने में संकोच नहीं करेंगे.

बाद में विखे-पाटिल ने अपने सहयोगियों का गुस्‍सा कम करने की कोशिश करते हुए कहा, "हल्दी पाउडर पवित्र है...और यह खुशी की बात है." साथ ही उन्होंने आश्‍वासन दिया कि सरकार धनगर आरक्षण मुद्दे पर संवेदनशील रुख अपना रही है.

धनगरों को विमुक्त जाति और घुमंतू जनजाति श्रेणी के तहत लगभग 3.5 प्रतिशत आरक्षण मिलता है, लेकिन वे भारत के अन्य हिस्सों में अनुसूचित जनजाति समूह के कोटा के बराबर आरक्षण चाहते हैं.

उनका दावा है कि सरकार के पास मौजूद दस्‍तावेज में धनगर लिखने में टाइप की त्रुटि ने उन्हें 'धंगर' बना दिया है, जिससे जटिलताएं पैदा हो गई हैं और उन्हें महाराष्ट्र में वीजेएनटी श्रेणी के साथ जोड़ा जा रहा है. समिति के नेताओं ने कहा है कि निज़ाम काल के दौरान धनगरों को एसटी श्रेणी के तहत आरक्षण प्राप्त था और इसे ध्यान में रखा जाना चाहिए. इस समय राज्य में 52 प्रतिशत आरक्षण में से, एससी को 13 प्रतिशत, एसटी को 7 प्रतिशत, ओबीसी को 19 प्रतिशत और वीजेएनटी, विशेष बीसी और एनटी को शेष 13 प्रतिशत मिलता है.

भाजपा के धनगर एमएलसी गोपीचंद पडलकर ने कहा कि मंत्री को हल्दी लगाना समुदाय के देवता भगवान खंडोबा के आशीर्वाद का प्रतीक एक शुभ संकेत है. पडलकर ने कहा कि सरकार धनगर मुद्दे का समर्थन करती है. उन्‍होंने कहा कि मामला अदालत में है, इसलिए समुदाय के लोग धेर्य रखें और विपक्ष की रणनीति से प्रभावित न हों.