लखनऊ, 13 जनवरी : विश्व के सबसे विशाल, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम 'महाकुंभ 2025' का सोमवार तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो गया. इस पवित्र अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्त श्रद्धालुओं, संतों, महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुंभ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं. अपने संदेश में सीएम योगी ने कहा, "आइए, महाकुंभ 2025 में सहभागी बनकर सनातन संस्कृति की इस गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बनें. मां गंगा की कृपा से आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से परिपूर्ण हो."
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक है. यह आयोजन ‘अनेकता में एकता’ की भावना को सजीव करता है. मां गंगा की पवित्र धारा में स्नान और साधना करने आए सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हों. यह भी पढ़ें : रघुबर दास ‘विवादित’ राज्यपाल थे, भाजपा को उन्हें समयपूर्व हटाने का कारण बताना चाहिए : बीजद
उन्होंने आगे कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सनातन संस्कृति और परंपराओं के वैश्विक गौरव का प्रतीक भी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं. स्वच्छता, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, यातायात और आवासीय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है.
पौष पूर्णिमा पर आज पहला स्नान है. इस अवसर पर आज लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान कर रहे हैं. आज से ही श्रद्धालु पैंतालीस दिन का कल्पवास शुरू करेंगे. संगम तट पर आध्यात्मिक उल्लास और धार्मिक आस्था का अद्वितीय नजारा देखने को मिल रहा है. देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ जीवन का अद्वितीय अनुभव बन रहा है.
संगम पर प्रवेश के सभी रास्तों में भक्तों की भीड़ जुटी है. महाकुंभ में वाहनों के प्रवेश पर भी पाबंदी है. सुरक्षा में हजारों की संख्या में जवान तैनात हैं. पुलिस स्पीकर के माध्यम से लाखों की भीड़ को मैनेज कर रही है.