CAA Protest: लखनऊ में 25 दिसंबर की रात 8 बजे तक बंद रहेगा इंटरनेट, डीएम ने कानून व्यवस्था के मद्देनजर लिया फैसला

लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने 25 दिसंबर की शाम आठ बजे तक इंटरनेट बंद रखने का फैसला लिया है. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लखनऊ में हुए हिसंक प्रदर्शन के चलते 19 दिसंबर को रात 11 बजे से पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit- File Photo)

लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act 2019) के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद किया गया था. राजधानी लखनऊ (Lucknow) में अभी भी इंटरनेट बंद है. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश (Abhishek Prakash) ने 25 दिसंबर की शाम आठ बजे तक इंटरनेट बंद रखने का फैसला लिया है. अभिषेक प्रकाश ने बताया कि यह फैसला कानून व्यवस्था को देखते हुए लिया गया है. बता दें कि लखनऊ के कई क्षेत्रों में  19 दिसंबर हुए बवाल और हिंसक प्रदर्शनों के बाद इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था. यूपी के कई अन्य इलाकों में भी इंटरनेट सेवा बंद की गई थी. हालांकि हालात को देखते हुए प्रशासन धीरे-धीरे इंटरनेट बहल कर रहा है.

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लखनऊ में हुए हिसंक प्रदर्शन के चलते 19 दिसंबर को रात 11 बजे से पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी. इसके बाद शनिवार को दोपहर 12 बजे इंटरनेट सेवा बहाल की गई थी लेकिन बाद साढ़े 3 बजे फिर से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई.

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25 दिसंबर तक  इंटरनेट बंद-

हिंसा के मास्टरमाइंड समेत दो गिरफ्तार 

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 19 दिसंबर को लखनऊ में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड समेत दो लोगों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के मास्टरमाइंड नदीम और उसके सहयोगी अशफाक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

उन्होंने बताया कि इनके एक सहयोगी वसीम को पहले ही गिरफ्तार किया गया था. उसकी निशानदेही पर नदीम और अशफाक को गिरफ्त में लिया गया. इन दोनों ने योजनाबद्ध तरीके से शांति भंग करने की साजिश रची थी. दोनों ने व्हाट्सएप के माध्यम से एनआरसी और सीएए के विरोध में लोगों को बड़ी संख्या में एकत्र होकर उग्र प्रदर्शन करने की बात फोटो और वीडियो के माध्यम से वायरल की गई.

हिसंक प्रदर्शनों में 15 की मौत 

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, CAA के विरोध प्रदर्शनों के दौरान उत्तर प्रदेश में अब तक 15 लोग मारे गए हैं.  हालांकि अनौपचारिक संख्या 22 बताई जा रही है. बिजनौर, संभल, फिरोजाबाद, कानपुर, वाराणसी और मेरठ से मौतों की सूचना अधिकारियों को दी गई है. शनिवार को रामपुर में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के में हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

कानपुर में शुक्रवार को नमाज के बाद भड़की हिंसा में कम से कम दो लोगों की मौत हुई. शुक्रवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा में छह लोग मारे गए थे, वहीं शनिवार को नौ मौतें हुई थीं. मेरठ जिले में चार लोगों की मौत हुई, वहीं जबकि वाराणसी में भगदड़ में लड़के की जान चली गई. बिजनौर में दो और लखनऊ और रामपुर में एक-एक व्यक्ति मारे गए.

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