मुंबई: देश की सबसे बड़ी अदातल सुप्रीम कोर्ट ने केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर लगी पाबन्दी को शुक्रवार को सुनवाई करते हुए हर उम्र की महिलाओ को मंदिर में जाने को लेकर अनुमति दे दी है. लेकिन कोर्ट के इस फैसले का शिवसेना ने विरोध जताते हुए केरल में 1 अक्टूबर को 12 घंटे के लिए बंद को बुलाया है.
बता दें कि शुक्रवार को इस मामले में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली 5 सदस्यीय (जस्टिस आर एफ नरीमन, जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदू मल्होत्रा) संविधान पीठ ने 8 दिनों तक इस मामले में सुनवाई करने के बाद 1 अगस्त को इस मामले में अपना फैसले ना सुनाते हुए फैसले को सुरक्षित रख लिया था. जो सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को महिलाओं के हक़ में अपना फैसला सुनाया. लेकिन शिवसेना सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को लेकर एतराज है, इसलिए वह केरल में 1 अक्टूबर को 12 घंटे के लिए केरल को बंद बुलाया है. यह भी पढ़े: इंडोनेशिया: भूकंप के बाद आई सुनामी से मची तबाही, 384 लोगों की हुई मौत
Kerala: Shiv Sena has called for a statewide 12 hours strike on October 1 against Supreme Court's verdict to allow women of all ages to enter Sabarimala Temple. pic.twitter.com/cmDeEtyYSG
— ANI (@ANI) September 29, 2018
बता दें कि कोर्ट के फैसले से पहले केरल के सबरीमाला मंदिर में दस साल से पच्चास साल की उम्र की महिलाओं को मंदिर में आने जाने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबन्ध था. खासकर इस मंदिर में 15 साल के ऊपर की लड़कियां और महिलाओं को जाने की इजाजत नही थी. अब तक इस मंदिर में छोटी उम्र की बच्चियां और सिर्फ बूढी महिलाओं को ही आने जाने की इजाजत थी.