Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के रजौरी में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों में मुठभेड़ शुरू
जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले के बुधल में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है, अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि खेरी मोहरा लाठी गांव और दंथल इलाके में सुरक्षा बलों ने बुधवार रात को तलाशी अभियान शुरू किया था.
जम्मू, 29 अगस्त : जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले के बुधल में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है, अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि खेरी मोहरा लाठी गांव और दंथल इलाके में सुरक्षा बलों ने बुधवार रात को तलाशी अभियान शुरू किया था. पुलिस ने कहा, "तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने खेरी मोहरा इलाके के पास सुरक्षा बलों पर गोलीबारी कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई." पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम को उस इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने के बाद यह अभियान शुरू किया गया था.
हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच कई मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें कई आतंकवादी और उनके कमांडर मारे गए हैं. सुरक्षा बलों के जवान भी हताहत हुए हैं. पुंछ और राजौरी जिलों तक सीमित आतंकवादी गतिविधियां अब जम्मू के अन्य क्षेत्रों में फैल रही हैं, ऐसे क्षेत्र जो कुछ साल पहले तक इस तरह की घटनाओं से मुक्त थे जैसे कि चिनाब घाटी, जिसे आतंकवाद मुक्त घोषित किया गया था. उधमपुर और कठुआ को भी आतंकवाद मुक्त घोषित किया गया था. यह भी पढ़ें : जासूसी मामले में पूर्व सैन्यकर्मी को एनआईए अदालत ने कठोर कारावास की सजा सुनाई
आतंकवादी वाहनों पर घात लगाकर हमला कर रहे हैं और ग्रेनेड के साथ-साथ एम4 असॉल्ट राइफलों का इस्तेमाल कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि बढ़ते आतंकवाद और आतंकवादियों द्वारा अत्याधुनिक हथियारों के इस्तेमाल से इन इलाकों में खतरा बढ़ गया है. विश्लेषकों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में कश्मीर घाटी को जम्मू से अलग करने वाले पीर पंजाल क्षेत्र में आतंकवाद में वृद्धि देखी गई है.
कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों ने आतंकवादियों को पहाड़ों पर धकेल दिया है जहां वे छिपते हैं और सुरक्षा बलों पर हमले करने के लिए सही समय का इंतजार करते हैं. विश्लेषकों का कहना है कि जम्मू में बढ़ते आतंकवाद से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति की आवश्यकता है, जिसमें खुफिया जानकारी जुटाना और सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय शामिल है.