लखनऊ, 15 अगस्त : 78वें स्वाधीनता दिवस पर विधान भवन में ध्वजारोहण के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं के लिए 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना' की घोषणा की. उन्होंने कहा कि युवा भारत के विकास की धुरी है. हमारा युवा प्रतिभाशाली है, ऊर्जा से भरपूर है, विकसित भारत के निर्माण के लिए इन युवाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है. इसके लिए राज्य सरकार शिक्षा और रोजगार पर विशेष ध्यान दे रही है.
उन्होंने कहा, इस योजना के माध्यम से आगामी कुछ वर्षों के अंदर 10 लाख युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने में सफलता मिलेगी. योजना के अंतर्गत नौकरी के बजाए उद्यम के लिए इच्छुक युवाओं को 10 लाख एमएसएमई इकाइयों के गठन के लिए सरकार उन्हें आर्थिक रूप से सहयोग करेगी. इसके माध्यम से 50 लाख युवाओं के लिए रोजगार के सृजन की नई संभावना आगे बढ़ेगी. यह भी पढ़ें : CM केजरीवाल के घर पर नहीं फहराया गया तिरंगा, पत्नी सुनीता ने मोदी सरकार पर तानाशाही का लगाया आरोप
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं के उन्नयन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक हुए निवेश से एक करोड़ 62 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है और केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को अपनाकर 62 लाख युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने में भी मदद मिली है. निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से विगत 7 वर्ष में 6.5 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है तो स्टार्टअप इकाइयों के वित्तपोषण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को आकर्षित करने हेतु स्टार्टअप फंड की भी स्थापना की गई है. युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए 2 करोड़ स्मार्टफोन और टैबलेट का निशुल्क वितरण प्रभावी ढंग से चल रहा है.
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक स्तर की शिक्षा के उन्नयन के लिए भी प्रयास कर रही है. प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च, व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा के पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विकसित हो रहे हैं. नए शैक्षिक सत्र में अब तक 20 लाख 50 हजार से अधिक बच्चों ने परिषदीय स्कूलों में प्रवेश लिया है. छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूता-मोजा, स्कूल बैग आदि उपलब्ध कराने के लिए 1200 रुपए डीबीटी के माध्यम से विद्यार्थियों के माता-पिता के खाते में भेजे जा रहे हैं. प्रत्येक मंडल में मुख्यमंत्री आवासीय विद्यालय स्थापित किए गए हैं. 57 जनपदों में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालयों को स्थापित करने की कार्यवाही भी चल रही है. असेवित क्षेत्रों में 190 नए राजकीय हाईस्कूल और 58 इंटर कॉलेज स्थापित किए गए हैं.
उच्च शिक्षा में किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक मंडल एक विश्वविद्यालय की परिकल्पना साकार हो गई है. अब हम एक जनपद एक विश्वविद्यालय की स्थापना के लक्ष्य की ओर अग्रसर हुए हैं. आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, अलीगढ़ में राजा महेंद्रदेव विश्वविद्यालय, सहारनपुर में मां शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय संचालित हो चुके हैं. मुरादाबाद में गुरु जंबेश्वर के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय, देवीपाटन मंडल में मां पाटेश्वरी के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय, मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय व कुशीनगर में महात्मा बुद्ध के नाम पर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का कार्य भी आगे बढ़ चुका है. लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय बनकर तैयार है तो गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का कार्य भी तेजी के साथ पूर्ण होने जा रहा है. मेरठ में प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय भी निर्माणाधीन है.