ICICI लोन केस: जांच रिपोर्ट में दोषी पाये जाने के बाद चंदा कोचर बर्खास्त, कहा- फैसले से निराश हूं
चंदा कोचर (Photo Credits: Wikimedia )

नई दिल्ली: आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने अपनी पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चंदा कोचर (Chanda Kochar) को बर्खास्‍त कर दिया है. जांच समिति की रिपोर्ट में दोषी पाये जाने के बाद कोचर पर यह कार्यवाही हुई है. उन्हें वीडियोकॉन को 3,250 करोड़ रुपये लोन देने के मामले में कोड ऑफ कंडक्‍ट का उल्‍लंघन करने का दोषी ठहराया गया है.

रिटायर्ड जस्टिस बी एन श्रीकृष्णा की समिति ने बुधवार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कोचर के स्तर पर वार्षिक खुलासों की जांच-पड़ताल में ढिलाई बरती गई और बैंक के आचार संहिता का उल्लंघन किया गया. जिसके बाद बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक की आंतरिक नीतियों के तहत कोचर के इस्तीफे को उनकी 'गलतियों पर बर्खास्तगी' के तौर लेने का फैसला किया है. ज्ञात हो कि चंदा कोचर ने अपने पति को गलत तरीके से लोन देने के कथित आरोप के बाद चार अक्टूबर 2018 को आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ और प्रबंध निदेशक पद को छोड़ दिया था.

उधर, चंदा कोचर ने इस फैसले को लेकर हैरानीभरा बताते हुए निराशा और दुख जताया है. कोचर ने कहा कि उन्होंने पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ 34 साल तक आईसीआईसीआई समूह की सेवा की है और बैंक के ताजा फैसले से उन्हें बहुत दुख और तकलीफ पहुंची है.

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कोचर ने बयान में कहा कि बैंक में कर्ज देने का कोई भी निर्णय एकतरफा नहीं होता है. बैंक ने पूरी प्रक्रिया और प्रणाली स्थापित की है, जिसमें एक समिति आधारित सामूहिक निर्णय लिया जाता है. उन्होंने दावा किया, बैंक का संगठनात्मक ढांचा और संरचना हितों के टकराव की संभावना को कम करती है.

कोचर ने कहा, मैंने अपने करियर को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाया है. एक पेशेवर के रूप में मुझे अपने आचरण पर पूरा विश्वास है. मुझे पूरा भरोसा है कि अंत में सत्य की जीत होगी.

गौरतलब हो कि जांच रिपोर्ट आने के बाद बैंक चंदा कोचर से अप्रैल 2009 से मार्च 2018 के बीच दिए गए बोनस की वसूली करेगी. साथ ही सभी मौजूदा और भविष्य के अधिकारों को वापस लिया जाएगा.

(भाषा इनपुट के साथ)