देहरादून, 19 अप्रैल: देहरादून में चारधाम यात्रा से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग ने 400 किलो नकली पनीर जब्त कर नष्ट किया. ये नकली पनीर रिफाइंड तेल, आरारोट आदि मिलाकर तैयार किया गया था. दरअसल तीन दिन बाद यानी 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है जिसे देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने अभियान का दायरा बढ़ा दिया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने भी अधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्ग पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, इसी क्रम में एफडीए की दो टीमों ने सोमवार सुबह अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाया. इस दौरान 400 किलो मिलावटी पनीर पकड़ा गया जिसे नगर निगम की मदद से ट्रंचिंग ग्राउंड में जेसीबी से नष्ट किया गया. अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह का अभियान चलाया जाएगा. दून और आसपास के क्षेत्रों में राज्य के बाहर से सप्लाई होने वाले दूध व दुग्ध उत्पादों की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की दो टीमें गठित की गईं. पहली टीम का नेतृत्व खाद्य सुरक्षा विभाग के उपायुक्त जीसी कंडवाल व दूसरी टीम का नेतृत्व गढ़वाल मंडल उपायुक्त राजेंद्र सिंह रावत ने किया. यह भी पढ़ें: Chardham Yatra 2023: चारधाम यात्रा के लिए सिर्फ IRCTC से बुक करें हेलिकॉप्टर, फर्जी वेबसाइट्स से बचें
टीम ने एफडीए विजिलेंस के साथ अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाकर दूध व दुग्ध उत्पादों की जांच की. जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि टीम ने धर्मपुर-डांडा स्थित एक स्टोर में छापा मारा, जिसमें एक कमरे में डीप फ्रिजर में धर्मेंद्र व शुभम नाम के व्यक्तियों ने 200 किलोग्राम पनीर रखा हुआ था. पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह पनीर इरशाद नाम का व्यक्ति रामपुर मनिहारान, सहारनपुर से लाया था जिसे निजी वैन से देहरादून और मसूरी के होटलों व रेस्तरां में सप्लाई किया जाना था. पनीर रिफाइंड तेल, आरारोट आदि मिलाकर तैयार किया गया था.
वहीं, छह नंबर पुलिया पर अफजल व पिंकू कुमार नाम के दो व्यक्तियों से वैन में लाया जा रहा 200 किलोग्राम पनीर भी एफडीए की टीम ने पकड़ा. पकड़े गए 400 किलोग्राम मिलावटी पनीर को जेसीबी चलाकर नष्ट किया गया.
इसके अलावा पनीर, मावा व मसाला के आठ सैंपल एकत्र कर गुणवत्ता जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब भेजे गए हैं. जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यापारियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अभियान चलाने वाली टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी मंजू रावत, रमेश सिंह, संजय तिवारी, विजिलेंस इंस्पेक्टर जगदीश रतूड़ी व कांस्टेबल योगेंद्र भी शामिल रहे.
बार-बार एक ही जगह से हो रही सप्लाई :
पिछले दो साल में दून में जब भी मिलावटी पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई, इसका सप्लायर एक ही रहा है. सप्लाई रामपुर मनिहारन से की जा रही है. बीते साल अप्रैल में नेहरू कॉलोनी में एक मिल्क वैन में 500 किलो मिलावटी पनीर पकड़ा गया था. यह पनीर भी रामपुर, मनिहारन से लाया गया था.
इससे पहले आईटी पार्क क्षेत्र में 180 किलोग्राम मिलावटी पनीर पकड़ा गया था. इसका सप्लायर भी वही था. मिलावटी पनीर की सप्लाई के लिए दून में एजेंट सक्रिय हैं. ये एजेंट बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे हैं. ये लोग डेयरी आदि नहीं खोलते, बल्कि अलग-अलग जगह कमरे किराये पर लेते हैं. वहां डीप फ्रिजर आदि की व्यवस्था कर पनीर स्टोर किया जाता है. इसे फुटकर में बेचने की बजाय थोक में सप्लाई किया जाता है. मुख्यत: यह पनीर बड़े होटल व रेस्टोरेंट में सप्लाई किया जा रहा है.