![Delhi: बेटा जन्म न देने पर पति ने दिया तीन तलाक, पत्नी ने लगाई न्याय की गुहार Delhi: बेटा जन्म न देने पर पति ने दिया तीन तलाक, पत्नी ने लगाई न्याय की गुहार](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2021/01/unnamed-21-380x214.jpg)
दिल्ली में एक मुस्लिम महिला ने न्याय की मांग करते हुए न्यायपालिका के दरवाजे खटखटाए हैं. महिला के पति ने उसे पिछले साल जून में इसलिए तीन तलाक दे दिया क्योंकि वह उसे बेटा नहीं दे पायी. हुमा हाशमी नाम की महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. महिला ने कहा कि उसका पति हमेशा एक बेटा चाहता था, जिसके लिए उसने उसे कई गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया. उसने यह भी आरोप लगाया कि उस व्यक्ति ने उसे मेंटेनेस देने से भी इनकार कर दिया. दंपति की दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र 20 और 18 है.
वह हमेशा एक बेटा चाहते थे और मुझे कई गर्भपात से गुजरना पड़ा. महिला ने बताया कि वह एक दिन मेरी बेटी को मार रहा था, जब मैंने उसे बचाने की कोशिश की, तो उसने मुझे लात मारी और मुझ पर थूक दिया. उसने मुझे ट्रिपल तालक दिया. हमने शिकायत दर्ज करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया. हमने भत्ता मांगा लेकिन उन्होंने कुछ नहीं दिया, ”हुमा ने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा था.
देखें ट्वीट:
He always wanted a son & made me undergo several abortions. He was hitting my daughter one day. When I tried to save her, he kicked & spat on me. He gave me triple talaq. We tried to file a complaint but Police paid no heed. We asked for allowance but he gave nothing: Huma Hashim https://t.co/0cEE5v1w35 pic.twitter.com/80K3cM3UJo
— ANI (@ANI) January 19, 2021
मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 एक मुस्लिम पति द्वारा अवैध और गैरकानूनी तरीके से सुनाए गए तात्कालिक और अपूरणीय तलाक के प्रभाव वाले तलाक-ए-बिद्दत या किसी अन्य समान रूप से बोलने, लिखित या एसएमएस या व्हाट्सएप या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक चैट के माध्यम से तीन बार तालक का उच्चारण करना अवैध बनाता है.
कोई भी मुस्लिम पति जो अपनी पत्नी पर अवैध रूप से तालाक का उच्चारण करता है, उसे तीन साल तक की अवधि के लिए कारावास की सजा दी जाएगी, और जुर्माने का भी प्रावधान है.