Delhi: दिल्ली में मेडिकल अटेंडेंट बनकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
Arrest (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली, 24 अक्टूबर : दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है. यह गिरोह मरीजों के आवासों पर मेडिकल अटेंडेंट सेवाएं प्रदान करने की आड़ में वरिष्ठ नागरिकों के परिवारों की कीमती वस्तुएं चुराने में शामिल था. आरोपियों की पहचान रिंकू कुमार उर्फ अंकित कुमार उर्फ कल्लू (33) और प्रमोद कुमार (38) के रूप में हुई. दोनों उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के निवासी हैं. पुलिस के अनुसार, दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर निवासी एक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि 9 अक्टूबर को, उन्होंने अपने 85 वर्षीय ससुर के लिए मेडिकल अटेंडेंट के रूप में अंकित नामक व्यक्ति को काम पर रखा था.

11 अक्टूबर को, उसकी सास यह देखकर हैरान रह गई कि अंकित ने सारे गहने और नकदी चुरा ली है और उनके घर से भाग गया है. जांच करने पर पता चला कि अंकित (मेडिकल अटेंडेंट) ने उनके सभी आभूषणों के साथ-साथ भारी नकदी भी चुरा ली है. जांच के दौरान, घटना की तारीख और समय के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए गए और उनका विश्लेषण किया गया. विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा, ''सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने पर, यह देखा गया कि दो व्यक्ति, एक नकाब पहने हुए और दूसरा भेष बदलकर शिकायतकर्ता के आवास पर पहुंचे. उनमें से एक ने आवास में प्रवेश किया, जबकि दूसरा व्यक्ति निगरानी रखने के लिए बाहर खड़ा हो गया.'' यह भी पढ़ें : Cyclone Hamoon Updates: पश्चिम बंगाल में चक्रवात हामून का प्रभाव नाममात्र रहने की उम्मीद

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, वर्तमान घटना में शामिल आरोपियों की तस्वीरें ली गईं. इन तस्वीरों को गोपनीय मुखबिरों के साथ साझा किया गया. स्पेशल सीपी ने कहा, "जांच टीम ने तकनीकी विश्लेषण और विभिन्न स्रोतों से जुटाई गई जानकारी का उपयोग करते हुए संदिग्धों की पहचान रिंकू और प्रमोद के रूप में की." आरोपी रिंकू कुमार, जिसे अंकित कुमार या कल्लू के नाम से भी जाना जाता है, के आवास पर छापेमारी की गई, जिसके परिणामस्वरूप उसे पकड़ लिया गया. रिंकू द्वारा दी गई जानकारी पर कार्रवाई करते हुए सह-आरोपी प्रमोद को भी उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया.