बंगाल में चक्रवाती तूफान 'फानी' का बरसा कहर, भारी बारिश और तेज हवाओं से उखड़े पेड़
चक्रवाती तूफान 'फानी' (Photo Credits- PTI)

कोलकाता:  ओडिशा में शुक्रवार को प्रवेश कर तबाही मचाने वाले शक्तिशाली चक्रवाती तूफान फानी (Fani) के इसके कुछ घंटों बाद मध्यरात्रि में पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से वहां भारी बारिश होने लगी और तूफान में पेड़ उखड़ते चले गए. यह पिछले कई दशकों में भारतीय उपमहाद्वीप पर आया सबसे शक्तिशाली तूफान है. फिलहाल किसी के मरने की खबर नहीं आई है. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के तट पर प्रवेश के दौरान अपेक्षाकृत कमजोर था जो बंगाल पहुंचते ही बहुत शक्तिशाली हो गया.

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक जनरल संजीव बंदोपाध्याय ने कहा, "चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के बालासोर से मध्यरात्रि लगभग 12.30 बजे बंगाल में प्रवेश हुआ. इसने 70-80 किलोमीटर से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार की हवा से खड़गपुर क्षेत्र को पार किया." तूफान फिलहाल कोलकाता से 40 किलोमीटर पश्चिम में हुगली जिले के आरामबाग के करीब है.

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बंदोपाध्याय ने कहा, "इसके लगातार उत्तर, उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ने और पूर्वी बर्दवान-हुगली सीमा पर पहुंचने और नादिया होते हुए शनिवार दोपहर तक बांग्लादेश जाने की संभावना है." फानी ने दिखा, मंदरमणि, ताजपुर, संदेशखाली और कोंटाई नगरों और कस्बों को बुरी तरह प्रभावित किया वहीं खड़गपुर और बर्दवान जैसे शहरों में भी यह काफी प्रभावी रहा जहां पेड़ उखड़ते चले गए और लोहे के होर्डिग्स उखड़ गए.

कोलकाता और उपनगरीय इलाकों के कुछ भागों में शुक्रवार दोपहर से मध्यम से भारी बारिश हो चुकी है. खड़गपुर में अब तक रिकॉर्ड 95 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई. उन्होंने कहा कि बारिश शनिवार तड़के तक जारी रहेगी और मौसम शाम तक सुधरने लगेगा. प्रशासन ने किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए विद्युत सेवा रोक दी है.