आत्मनिर्भर भारत ने दिवाली से पहले चीन को दिया आर्थिक झटका, ड्रैगन को 50 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: PTI)

दिवाली से पहले चीन (China) को बड़ा झटका लगा है. भारत में चीनी सामानों को बड़ा नुकसान हुआ है. इस बार भारतीयों ने चीन का दिवाला निकाल दिया है और चीनी सामानों के बहिष्कार से चीन को करीब 50 हजार करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा है कि चीनी समानों के बहिष्कार के उसके आह्वान से चीन को इस त्योहारी सीजन में 50 करोड़ रुपये के व्यापार के नुकसान का अनुमान है जबकि इस दौरान घरेलू स्तर पर ग्राहकी बढ़ने से अर्थव्यवस्था में दो लाख करोड़ रुपये की संभावना है. Diwali 2021: कोरोना के खतरे के बीच इस तरह मनाएं स्वस्थ और सुरक्षित दिवाली, फॉलो करें ये टिप्स.

दरअसल भारतीय अब चीनी सामान न खरीदकर स्वदेशी सामान खरीदना पसंद कर रहे हैं. इसे भारतीय उद्योगों को फायदा हो रहा है. CAIT ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी कैट ने 'चीनी सामानों के बहिष्कार' का आह्वान किया है और देश के व्यापारियों और आयातकों ने चीन से आयात बंद कर दिया है.

इसके कारण इस त्योहारी सीजन में चीन को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. इससे भारतीय उत्पादों को फलने का मौका मिलेगा. उपभोक्ता अब चीनी सामान खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं, ग्राहक स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दे रहे हैं.

व्यापारियों का भी कहना है कि त्योहारी सीजन से पहले देश भर के बाजारों में ग्राहकों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए इस दिवाली भारत की घरेलू बिक्री में बड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है. दिवाली की बिक्री के दौरान उपभोक्ता खर्च के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था में 2 लाख करोड़ रुपये का पूंजी प्रवाह हो सकता है.

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा, कैट द्वारा कई राज्यों के बड़े शहरों में किए गए सर्वे में यह सामने आया है कि इस वर्ष अभी तक भारतीय व्यापारियों या आयातकों द्वारा दिवाली के सामान, पटाखों या अन्य समान वस्तुओं का कोई ऑर्डर चीन को नहीं दिया गया है. ये शहर नई दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, नागपुर जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, रायपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, रांची, गुवाहाटी, पटना, चेन्नई, बंगलुरू, हैदराबाद, मदुरै, पांडिचेरी, भोपाल और जम्मू हैं.

भरतिया ने कहा कि इस साल राखी के दौरान चीन को लगभग 5000 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ और गणेश चतुर्थी में 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और ऐसा ही दिवाली में भी होने जा रहा है. उन्होंने कहा व्यापारी और उपभोक्ता दोनों चीनी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं.