नई दिल्ली, 12 अगस्त: पश्चिमी दिल्ली के नारायणा इलाके में “गैस रिसाव” की संदिग्ध घटना के बाद कथित तौर पर हानिकारक धुएं में सांस लेने के कारण बीमार पड़े नगर निगम स्कूल के 28 छात्रों को शुक्रवार को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय ने कहा कि राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखी गई दो लड़कियां और अन्य छात्र ठीक हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 284 (जहरीले पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण), 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य) और 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कार्य से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अस्पताल में बीमार छात्रों से मुलाकात करने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा है कि पास में रेलवे ट्रैक से गुजर रही एक ट्रेन से गैस लीक हुई. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बयान में कहा, “गैस रिसाव पास में रेलवे की पटरी पर हुआ.”
एमसीडी ने कहा कि आचार्य भिक्षुक अस्पताल में भर्ती कराए गए सभी नौ छात्रों को छुट्टी दे दी गई है. वहीं, आरएमएल में भर्ती 19 छात्रों में से 15 को पूर्वाह्न 11 बजकर 28 मिनट पर, जबकि चार अन्य को अपराह्न तीन बजे लाया गया था.
नगर निकाय ने कहा कि पूर्वाह्न 11 बजकर 28 मिनट तक अस्पताल में भर्ती कराए गए सभी छात्रों को छुट्टी दी जा रही है. एक छात्र को छुट्टी नहीं दी जा रही है, जिसे पेट से संबंधित पुरानी समस्या है. बयान में कहा गया है, "14 छात्रों को छुट्टी दी जा रही है और पांच को निगरानी के लिए रखा गया है. छात्रों की देखभाल के लिए एक शिक्षक रातभर अस्पताल में रहेगा."
इससे पहले, पुलिस ने बताया कि उसे इंद्रपुरी स्थित निगम प्रतिभा विद्यालय के कुछ विद्यार्थियों के बीमार पड़ने और उन्हें उल्टी होने की सूचना मिली थी.
पुलिस उपायुक्त ने कहा कि शुरुआती जांच के मुताबिक, ''गैस की गंध कुछ कक्षाओं में फैल गई, जिससे बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. गैस की गंध कम हो गई है, लेकिन एहतियातन सभी कक्षाएं खाली करा दी गई हैं."
"आप" के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने आरएमएल अस्पताल में पीड़ित छात्र-छात्राओं से मुलाकात की और कहा कि वे सभी ठीक हैं. उन्होंने बताया, "चिकित्सकों की प्रारंभिक जांच में भोजन विषाक्तता की संभावना से इनकार किया गया है. यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि यह गैस कहां से आई, क्योंकि स्कूल में ऐसा कुछ भी नहीं था, जिससे रिसाव होता.
पाठक ने कहा, "लोग कह रहे हैं कि एक ट्रेन गुजर रही थी और संभवत: यह गैस की गंध वहीं से आई. एमसीडी की एक टीम इसकी जांच कर रही है. हमने चिकित्सकों से बात की है. बच्चों को देर शाम तक छुट्टी दे दी जाएगी." भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरएमएल अस्पताल में पीड़ित छात्र-छात्राओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि न तो छात्र-छात्राएं और न ही शिक्षक बता पा रहे हैं कि यह घटना किस कारण से हुई.
सचदेवा के अनुसार, एमसीडी को इस मामले की जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अस्पताल में 16 विद्यार्थी थे और वे सभी ठीक हैं.
भाजपा नेता के मुताबिक, "छात्रों ने बताया कि वे अपनी कक्षा में बैठे थे, तभी बहुत तेज गंध आई, जिससे उन्हें उल्टी हुई और वे बेहोश हो गए."
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