जूनियर्स की रैगिंग के आरोप में आंध्र कॉलेज के 18 छात्र निलंबित

तेलुगू राज्यों के कुछ संस्थानों में छात्रों को रैगिंग का खतरा बना हुआ है, क्योंकि ताजा मामले में आंध्र प्रदेश में जूनियर रैगिंग के आरोप में जेएनटीयू अनंतपुर के 18 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है.

निलंबित (Photo Credits: pixabay)

अमरावती, 7 फरवरी : तेलुगू राज्यों के कुछ संस्थानों में छात्रों को रैगिंग का खतरा बना हुआ है, क्योंकि ताजा मामले में आंध्र प्रदेश में जूनियर रैगिंग के आरोप में जेएनटीयू अनंतपुर के 18 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है. जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (जेएनटीयू) की कॉलेज एकेडमिक काउंसिल ने अनंतपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को कुछ फ्रेशर्स को उनके हॉस्टल में जबरन ले जाने के आरोप में निलंबित कर दिया. कनिष्ठों को कथित तौर पर अर्ध-नग्न खड़े होने और वरिष्ठों के आदेशों का पालन करने के लिए मजबूर किया गया था.

घटना शुक्रवार रात की है, लेकिन एक दिन बाद इसका खुलासा हुआ. कॉलेज के अधिकारियों को रैगिंग के बारे में तब पता चला जब प्रथम वर्ष के छात्रों में से एक के माता-पिता ने शिकायत की. कॉलेज के अधिकारियों को पता चला कि कुछ प्रथम वर्ष के छात्रों को गुरुकुला छात्रावास में ले जाया गया था. कॉलेज के प्राचार्य द्वारा पूछे जाने पर, फ्रेशर्स ने खुलासा किया कि कैसे सीनियर्स द्वारा उनकी रैगिंग की गई. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कॉलेज एकेडमिक काउंसिल ने रैगिंग में शामिल द्वितीय वर्ष के 18 छात्रों को शिक्षाविदों और छात्रावास से निलंबित कर दिया. परिषद ने आगे की कार्रवाई के लिए पीड़ितों और अन्य छात्रों से तथ्यों का पता लगाने के लिए सोमवार को विस्तृत जांच शुरू की. यह भी पढ़ें : UP में हुए सबसे ज्यादा फेक एनकाउंटर, BJP से अधिक झूठ बोलने वाली पार्टी कोई नहीं: अखिलेश यादव

पुलिस ने रैगिंग की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है. अनंतपुर के पुलिस अधीक्षक फकरप्पा कागिनेली के अनुसार, पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन उन्होंने स्वत: संज्ञान लिया और घटना की जांच के लिए एक डीएसपी रैंक के अधिकारी को तैनात किया. पिछले एक महीने में तेलुगू राज्यों में सरकारी संस्थानों में रैगिंग की यह दूसरी घटना है. तेलंगाना के सूयार्पेट में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज के छह छात्रों को पिछले महीने एक जूनियर छात्र की रैगिंग के आरोप में एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया था. राजकीय मेडिकल कॉलेज सूयार्पेट के एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों को संलिप्त पाए जाने पर दंडित किया गया. पुलिस ने उन्हें एंटी रैगिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार भी किया था. यह भी पढ़ें: दहेज की मांग नहीं पूरी करने पर तेजाब पीने के लिए बाध्य किये जाने पर एक महिला की मौत

कॉलेज के बॉयज हॉस्टल में कुछ सीनियर छात्रों द्वारा रैगिंग करने की कॉल आने के बाद पुलिस ने जूनियर छात्र साई कुमार को बचाया है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि छात्रों का एक समूह उसके कमरे में आया, उसे अपने कपड़े उतारने का आदेश दिया और अपने मोबाइल फोन में उसका वीडियो लिया. उन्होंने उसके बाल काटने की भी कोशिश की. पीड़िता ने कहा कि उसे दो घंटे तक शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. बाद में वह उनसे बचने में सफल रहा और दूसरे कमरे में छिपकर अपने पिता को फोन किया.

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