मुंबई: स्वर्गीय रामानंद सागर (Ramanand Sagar) के पौराणिक धारावाहिक 'रामायण' (Ramayan) जो तीन दशक से अधिक पुराना है, ने 2015 के बाद से हिंदी जीईसी शो के लिए उच्चतम रेटिंग प्राप्त कर छोटे पर्दे पर ऐतिहासिक वापसी की. देश भर में चल रहे 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच, सदाबहार श्रृंखला सार्वजनिक मांग पर दूरदर्शन (Doordarshan) पर फिर से प्रसारित की गई. री-रन पिछले शनिवार से शुरू हुआ था.
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'रामायण' ने पिछले सप्ताहांत के चार शो में 170 मिलियन दर्शकों की भागीदारी की. रामानंद सागर द्वारा निर्देशित शो हिंदी सामान्य मनोरंजन क्षेत्र में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला धारावाहिक बन गया. इस शो को शहरी और मेगासिटीज में सबसे ज्यादा रेट किया गया. यह भी पढ़ें: दूरदर्शन के लिए संजीवनी बूटी बना रामायण, टीआरपी रेटिंग में बनाया ये बड़ा रिकॉर्ड
रिपोर्ट में कहा गया है कि 'रामायण' के चार एपिसोड ने औसतन 28.7 मिलियन इंप्रेशन बटोरे. 'रामायण' के सभी चार एपिसोडों में 6.9 बिलियन मिनट देखे गए, जिससे औसतन 'रामायण' के प्रत्येक एपिसोड को 42.6 मिलियन ट्यून-इन्स मिले. 'रामायण' एक भारतीय ऐतिहासिक-नाटक महाकाव्य का एक टेलीविजन श्रृंखला है, जो 1987-1988 के दौरान रामानंद सागर द्वारा निर्मित, लिखित और निर्देशित गई थी.
इस शो को भारतीय टेलीविजन के लिए एक गेम-चेंजर के रुप में देखा गया था. टेलीविजन पर प्रसारित 'रामायण' के पहले एपिसोड के बाद रविवार की सुबह भारत में परिवारों के लिए समान नहीं थी. इसका प्रभाव ऐसा था कि प्रत्येक रविवार सभी देशवासी टेलीविजन के सामने बैठ कर इस शो का बेसब्री से इंतजार किया करते थे. यह भी पढ़ें: दूरदर्शन पर रामायण की वापसी के बाद अब &टीवी भी करेगा अपने शो ‘रामायण’ को पुनः प्रसारित
राम की भूमिका अरुण गोविल ने निभाई, सीता की भूमिका दीपिका चिखलिया ने , लक्ष्मण की भूमिका सुनील लहरी ने, हनुमान की स्वर्गीय दारा सिंह ने और रावण की अरविंद त्रिवेदी ने निभाई. इसमें संजय जोग, दिवंगत विजय अरोड़ा, समीर राजदा, दिवंगत मूलराज राजदा और स्वर्गीय ललिता पवार भी थे.