इटावा/बांदा (उत्तर प्रदेश), 28 मई नयी दिल्ली से न्यूजलपाईगुड़ी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार यात्रियों में से एक महिला की रास्ते में ही मौत हो गई। वहीं एक अन्य घटना में वाहन किराए पर लेकर मुंबई से बनारस जा रहे युवक की बांदा में मृत्यु हो गई। इटावा के मुख्य विकास अधिकारी राजा गणपति आर. ने बृहस्पतिवार को बताया कि नयी दिल्ली से चलकर न्यूजलपाईगुड़ी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार 50 वर्षीय महिला किता शेरपा की कानपुर टूंडला संभाग में चलती ट्रेन में मौत हो गई। वह कालिंमपोंग शिलीगुडी एनजेपी की रहने वाली थी।
Also Read | कोरोना से जंग जारी: पीएसए राघवन बोले-भारत में 30 समूह कोरोना वायरस का टीका बनाने की कोशिश में लगे हैं. उन्होंने बताया कि आज सुबह ट्रेन जब इटावा स्टेशन पहुंची तो प्रशासन, पुलिस और रेलवे के अधिकारियों ने शव को ट्रेन से उतारा, सभी औपचारिकताएं पूरी कीं और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। नमूने को कोविड-19 जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव को एक शव वाहन से और शेपरा की दो बेटियों, दामाद तथा नाती को प्रशासन ने कार से उनके गंतव्य के लिए रवाना किया।
Also Read | कोरोना के असम में 25 नए मामले दर्ज किए गए : 28 मई 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE. बांदा जिले से प्राप्त सूचना के अनुसार, मुंबई से एक वाहन किराए पर लेकर बनारस लौट रहे एक प्रवासी मजदूर की बुधवार रात यहां बांदा में मौत हो गई। उसे तीन दिन से खांसी और जुकाम की शिकायत थी। बांदा जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. संपूर्णानंद मिश्रा ने आज बताया, ‘‘चौपहिया वाहन किराए पर लेकर मुंबई से बनारस लौट रहे प्रवासी मजदूर रविन्द्र राजभर (28) को उसके परिजन बुधवार रात करीब एक बजे जिला अस्पताल लेकर आए, तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए नमूना लेने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।" रविन्द्र के पिता लालबहादुर राजभर ने बताया, ‘‘वह और उनका बेटा मुंबई में रहकर मजदूरी करते थे। लॉकडाउन के बाद काम बंद हो गया और दोनों वहीं फंस गए।’’ उन्होंने बताया, "वहां से अपने घर बनारस लौटने के लिए चौपहिया वाहन किराए पर लेकर निकले थे। बांदा पहुंचने से पहले बेटे को ज्यादा खांसी आने से उसकी हालत बिगड़ गयी। इलाज के लिए बांदा की सरकारी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’ राजभर ने बताया कि "उसे पिछले तीन दिन से खांसी और जुकाम की शिकायत थी। मुंबई से जांच करवाने के बाद दवा लेकर चले थे, तब वहां के चिकित्सकों ने मामूली खांसी और जुकाम बताया था।" सं जफर अर्पणा
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