पलक्कड (केरल), 13 दिसंबर केरल में पलक्कड़ जिले के कल्लादिकोड में बृहस्पतिवार को हुए हादसे में अपनी चार सहेलियों को हमेशा के लिए खो चुकी आठवीं कक्षा की छात्रा अजना शेरिन अब भी सदमे में है।
इस दुर्घटना में अजना की जान चमत्कारिक ढंग से बच गई। उन्होंने बताया कि वह और उसकी चार सहेलियां इरफाना, आयशा, रिदा फातिमा और निदा फातिमा परीक्षा देकर स्कूल से घर लौट रही थीं, तभी यह दुर्घटना हुई।
अजना ने बताया कि सीमेंट से लदा एक ट्रक तेज गति से आ रहे दूसरे ट्रक से टकराकर पलट गया और उसकी चारों सहेलियां वाहन के नीचे दब गई।
खाई की ओर गिर जाने की वजह से अजना की जान बच गई।
एक समाचार चैनल से बात करते हुए अजना ने बताया कि इरफाना की मां ने दुर्घटना को अपनी आंखों से देखा था। उन्होंने बताया कि दंत चिकित्सक के पास से वापस लौट रही इरफाना की मां ने दुर्घटना से कुछ ही क्षण पहले बच्चों को साथ-साथ चलते हुए देखा था।
ट्रक द्वारा बच्चों को टक्कर मारे जाने के बाद, वह खाई में गिरी अजना की मदद करने के लिए दौड़ी। स्थानीय लोग भी अजना को बचाने के लिए जुट गए और उन्होंने अजना की सहायता की तथा उसके परिवार को सूचित किया।
अंजना ने बताया, ‘‘मैं बाकी लोगों से थोड़ा पीछे थी और दुर्घटना के समय खाई में गिर जाने के कारण बाल-बाल बच गई।’’
यह दुर्घटना बृहस्पतिवार शाम लगभग साढ़े चार बजे उस समय हुई जब राष्ट्रीय राजमार्ग 966 के पलक्कड-कोझिकोड खंड पर कल्लादिकोड के निकट पनायमपदम में सीमेंट से लदा ट्रक पलट गया।
करिंबा गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल की चारों छात्राएं कक्षा आठवीं में पढ़ती थीं।
पलक्कड़ जिला अस्पताल में रखे गए शव शुक्रवार सुबह छह बजे उनके परिजनों को सौंप दिए गए।
स्थानीय लोगों ने बृहस्पतिवार को इस हादसे के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि यह क्षेत्र लंबे समय से दुर्घटनाओं का केंद्र बना हुआ है।
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