नयी दिल्ली, 29 नवंबर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे ‘‘अत्याचार’’ के विरोध में शुक्रवार से दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक बयान में कहा कि विहिप और बजरंग दल, हिंदू समाज के सभी संप्रदायों और वर्गों तथा मानवता में विश्वास रखने वाले लोग अल्पसंख्यकों तथा उनके मानवाधिकारों की रक्षा के लिए इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।
बंसल ने कहा कि पड़ोसी देश ‘‘इस्लामिक जिहादी तत्वों के हाथों में खेल रहा है’’।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर ‘‘बार-बार हो रहे अत्याचारों’’ के खिलाफ आज और कल विरोध प्रदर्शन निर्धारित है।
बंसल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘आइये, हम सब मिलकर मानवीय कार्य में शामिल हों!! आज बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को बचाने के लिए विहिप का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन।’’
बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू 17 करोड़ की आबादी का केवल आठ प्रतिशत हैं। अल्संख्यक हिंदुओं को पांच अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना करना पड़ा है।
इस हफ्ते हालात तब और खराब हो गए जब हिंदू आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया। बाद में उन्हें एक अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद राजधानी ढाका और बंदरगाह शहर चटगांव सहित विभिन्न स्थानों पर समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
भारत ने मंगलवार को दास की गिरफ्तारी और जमानत नहीं दिए जाने पर ‘‘गहरी चिंता’’ व्यक्त की तथा पड़ोसी देश के प्राधिकारियों से हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समूहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
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