विदेश की खबरें | इस महीने अफगान शांति वार्ता की मेजबानी करेगा तुर्की

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सम्मेलन में तालिबान और अफगानिस्तान सरकार के प्रतिनिधियों के अलावा तुर्की, कतर और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी शामिल होंगे।

मंत्रालय ने बताया कि सम्मेलन 24 अप्रैल से चार मई तक होगा।

यह अचानक घोषणा तब की गई है जब तालिबान के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि धार्मिक मिलिशिया तुर्की में इस हफ्ते होने वाले शांति सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगी, जिससे शांति योजना के लिए अमेरिकी प्रयास खटाई में पड़ता दिख रहा था।

अमेरिका के डाोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने एक वर्ष पहले तालिबान के साथ एक मई 2021 तक अमेरिकी एवं नाटो सैनिकों को अफगानिस्तान से हटाने का समझौता किया था जिसके लिए अब काफी कम समय बचा है।

जो बाइडन ने कहा है कि वह अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन अमेरिका इसमें तीन से छह महीने का समय विस्तार चाहता है।

तालिबान ने चेतावनी दी है कि अगर वॉशिंगटन समझौते से मुकरता है और सेना वापस बुलाने की समय सीमा का पालन नहीं करता है तो उसे ‘‘परिणाम भुगतने’’होंगे।

तुर्की के विदेश मंत्रालय ने सम्मेलन में भाग लेने वालों के बारे में विस्तृत सूचना नहीं दी। इसने कहा कि बैठक का उद्देश्य ‘‘अंतर अफगान वार्ता में तेजी लाना है’’ जो दोहा, कतर में चल रही है और ‘‘उचित एवं स्थायी राजनीतिक समाधान तलाशना है।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)