बैरकपुर (पश्चिम बंगाल), 12 मई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस पर ‘वोट बैंक’ की राजनीति का आरोप लगाया और दावा किया कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के ‘गुंडे’ दोषियों को बचाने के लिए संदेशखालि की प्रताड़ित महिलाओं को धमकी दे रहे हैं. संदेशखालि में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप सामने आने के बाद पिछले कुछ समय से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जोरों पर है.
मोदी ने उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के शासन में राज्य में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक बन गए हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘‘जब तक मोदी है, कोई भी सीएए (नागरिकता संशोधन कानून) को लागू होने से नहीं रोक सकता’’. उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी ने देखा है कि तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखालि की बहनों और माताओं के साथ क्या किया. टीएमसी के गुंडे अब संदेशखालि में महिलाओं को धमकी दे रहे हैं क्योंकि मुख्य अपराधी का नाम शाहजहां शेख है. टीएमसी संदेशखालि के दोषियों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.’’ यह भी पढ़ें : दिल्ली, पंजाब की सरकारों को गिराने की भाजपा की साजिश बुरी तरह विफल रही : सीएम केजरीवाल
उनकी टिप्पणी सोशल मीडिया पर सामने आए कई कथित वीडियो की पृष्ठभूमि में आई, जिनमें दावा किया गया है कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने संदेशखालि की कई महिलाओं से सादे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए जिन्हें बाद में टीएमसी नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों के रूप में पेश किया गया. हालांकि, प्रधानमंत्री ने सीधे तौर पर उन वीडियो का जिक्र नहीं किया. पीटीआई- उन वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है, जिनसे पिछले कुछ दिनों से राज्य में राजनीतिक विवाद उबाल पर है.