उन्होंने बताया कि हमले के बाद दोनों हमलावर एक वाहन में सवार होकर मौके से फरार हो गए. पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है. सड़क पर अवरोधक लगाए गए हैं और एक हेलीकॉप्टर भी तैनात किया गया है. इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने बृहस्पतिवार देर रात वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद कहा, ‘‘हम आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को पकड़ लेंगे. उन्हें इस हमले की कीमत चुकानी होगी.’’ गौरतलब है कि यरुशलम के संवेदनशील धार्मिक स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में और उसके आसपास हाल ही में फलस्तीनियों के साथ इजराइल पुलिस की झड़प के बाद इजराइल-फलस्तीन के बीच तनाव बढ़ गया है.
अल-अक्सा मस्जिद को इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है. यह यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी है, जिसे समुदाय के लोग ‘टेंपल माउंट’ कहकर पुकारते हैं. यह मस्जिद लंबे समय से इजराइल-फलस्तीन के बीच विवाद का केंद्र रही है.
इजराइली मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि घटना में दो हमलावर शामिल थे और पुलिस अब भी उनकी तलाश में जुटी है. उन्होंने लोगों से प्रभावित इलाके में जाने से बचने और कोई भी संदिग्ध वाहन या व्यक्ति दिखने पर उसकी सूचना देने की अपील की है. इजराइल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने वेस्ट बैंक को बंद करने का आदेश दिया है, ताकि फलस्तीनी नागरिक इजराइल में प्रवेश न कर पाएं. यह भी पढ़ें : COVID-19: करीब 1.5 करोड़ मौतें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोविड से जुड़ी- डब्ल्यूएचओ
यह आदेश रविवार तक प्रभावी रहेगा और इसे स्वतंत्रत दिवस की छुट्टियां शुरू होने से पहले ही जारी कर दिया गया था.
इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी इलाद में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं.
ब्लिंकन ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘यह मासूम महिलाओं और पुरुषों को निशाना बनाकर किया गया एक भयावह हमला है और काफी जघन्य भी है, क्योंकि यह ऐसे समय में किया गया है, जब इजराइल अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने इजराइली दोस्तों और साझेदारों के संपर्क में हैं. हम उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं.’’