देश की खबरें | कनाडा में तीन भारतीय छात्रों की हत्या, भारत ने कनाडाई अधिकारियों के समक्ष उठाया सुरक्षा का मुद्दा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कनाडा में पिछले सप्ताह तीन भारतीय छात्रों की हत्या कर दी गई। मंत्रालय ने कहा कि ओटावा में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा कनाडाई अधिकारियों के समक्ष उठाया है।
नयी दिल्ली, 13 दिसंबर विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कनाडा में पिछले सप्ताह तीन भारतीय छात्रों की हत्या कर दी गई। मंत्रालय ने कहा कि ओटावा में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा कनाडाई अधिकारियों के समक्ष उठाया है।
वहीं, भारत ने सीरिया से अपने सभी नागरिकों को निकाल लिया है, जो राष्ट्रपति बशर असद की सरकार के तख्तापलट के बाद घर लौटना चाहते थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण हमारे लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
जायसवाल ने कहा, "पिछले लगभग एक सप्ताह में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं। तीन भारतीय छात्रों की हत्या कर दी गई है। कनाडा में हमारे नागरिकों के साथ हुई इन भयानक त्रासदियों से हम दुखी हैं।"
उन्होंने कहा, "हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। टोरंटो और वैंकूवर में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास इस मामले में हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।"
जायसवाल ने कहा कि कनाडा में भारतीय मिशन इन घटनाओं की गहन जांच को लेकर स्थायनीय अधिकारियों के संपर्क में है।
जायसवाल ने कहा कि कनाडा में घृणा अपराध और हिंसक वारदातों की बढ़ती घटनाओं के कारण बिगड़ते सुरक्षा माहौल के मद्देनजर हमने अपने नागरिकों और भारतीय छात्रों के लिए परामर्श जारी कर सावधानी बरतने और सजग रहने को कहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चार लाख से अधिक भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं।
कनाडा में भारतीय उच्चायोग द्वारा वीजा न दिए जाने की घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने इसे "गलत सूचना" फैलाने का अभियान बताया।
उन्होंने कहा, ''हमने मीडिया में आई खबरें देखी हैं। यह भारत को बदनाम करने के लिए कनाडाई मीडिया द्वारा फैलाई जा रही गलत सूचनाओं का एक और उदाहरण है।''
इस बीच, भारत ने सीरिया से अपने सभी नागरिकों को निकाल लिया है, जो विद्रोही बलों द्वारा राष्ट्रपति बशर असद की सरकार का तख्तापलट करने के बाद घर लौटना चाहते थे।
विद्रोहियों ने कई प्रमुख शहरों और कस्बों के बाद राजधानी दमिश्क पर भी नियंत्रण कर लिया, जिसके बाद असद सरकार गिर गई थी।
भारत ने मंगलवार को सीरिया से अपने नागरिकों को निकाल लिया था।
जायसवाल ने कहा, "हमने सीरिया में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को निकाल लिया है, जो उस देश में हाल के घटनाक्रमों के बाद घर लौटना चाहते थे। अब तक सीरिया से 77 भारतीय नागरिकों को निकाला जा चुका है।"
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