देश की खबरें | महाराष्ट्र में षडयंत्र हुआ, समान अवसर की स्थिति को बिगाड़ा गया: खरगे

नयी दिल्ली, 23 नवंबर कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को अप्रत्याशित करार देते हुए शनिवार को दावा किया कि विपक्ष को हराने के लिए षडयंत्र हुआ है और राज्य में विपक्षी दलों एवं उनके नेताओं को ‘‘निशाना बनाकर’’ समान अवसर की स्थिति को बिगाड़ा गया है।

मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि झारखंड की जनता ने ध्रुवीकरण की राजनीति को ठुकराया है और देश के लिए सकारात्मक संदेश दिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित हैं। पार्टी इस परिणाम के तह में जाकर असली वजहों को समझने की कोशिश कर रही है। हम अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को धन्यवाद देते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम छत्रपति शिवाजी, शाहूजी, फुले और बाबासाहेब आम्बेडकर की विचारधारा के सच्चे द्योतक हैं, लड़ाई लंबी है और हम जनता के मुद्दे उठाते रहेंगे।’’

खरगे ने झारखंड के नतीजों को लेकर कहा, ‘‘जय जोहार ! झारखंड के लोगों ने अपने जनाधिकार, जल, जंगल, जमीन के मुद्दों को प्राथमिकता से चुना। उन्होंने विभाजनकारी और झूठ की राजनीति को नकारा है। संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग के खेल को हराया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हेमंत सोरेन जी और गठबंधन के सभी नेताओं का धन्यवाद। कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का सहृदय आभार। हमें सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करना है, जनता की आवाज बुलंद रखनी है, एक जवाबदेह सरकार बनानी है। भरोसा बरकरार, गठबंधन सरकार।’’

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘झारखंड के लोगों का ‘इंडिया’ गठबंधन को विशाल जनादेश देने के लिए दिल से धन्यवाद। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, कांग्रेस और झामुमो के सभी कार्यकर्ताओं को इस विजय के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। प्रदेश में गठबंधन की यह जीत संविधान के साथ जल-जंगल-जमीन की रक्षा की जीत है।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित हैं और इनका विस्तार से विश्लेषण किया जाएगा।’’

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज का दिन कांग्रेस के लिए कहीं खुशी का कहीं गम का दिन है। झारखंड की जनता को बधाई देता हूं कि उन्होंने देश को रास्ता दिखाया है। ध्रुवीकरण की राजनीति को ठुकराया है। सारा चुनाव एक मुद्दे और एक शब्द ‘घुसपैठिए’ पर लड़ा गया, लेकिन जनता ने निर्णायक जवाब दिया।’’

उन्होंने कहा कि झारखंड से देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि ध्रुवीकरण की राजनीति को हराया जा सकता है।

रमेश ने आरोप लगाया कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि निशाना बनाकर समान अवसर की स्थिति को बिगाड़ा गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें हराने के लिए कोई न कोई षडयंत्र हुआ।’’

उनके अनुसार, ये नतीजे अप्रत्याशित, आश्चर्यजनक, अकथनीय है।

रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जो मुद्दे उठाए थे, वो आज भी महत्वपूर्ण हैं और आगे भी रहेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘जातिगत जनगणना, आर्थिक समानता, सामाजिक ध्रुवीकरण, संविधान की सुरक्षा, 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा, मोडानी घोटाला.. इन मुद्दों को महाराष्ट्र की जनता ने ठुकराया नहीं है... नतीजे भले ही विपरीत हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम पीछे हटेंगे। हम, हमारी पार्टी और कार्यकर्ता महाराष्ट्र में काम करते रहेंगे।’’

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम जीतें या हारें, हम इस चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते रहेंगे। जहां बच्चों के पेपर लीक हो जाते हैं, वहां आंख बंद कर मशीनों और चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा नहीं किया जा सकता।’’

उनका कहना था, ‘‘हम बार-बार ईवीएम और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता की बात करते हैं। हमने ईवीएम की 99 प्रतिशत चार्ज बैट्री के बारे में सवाल किया, हरियाणा में मतदान के बाद मत प्रतिशत बढ़ने पर सवाल किया। लेकिन कोई जवाब नहीं आया, चुप रहना कोई उत्तर होता है क्या?’’

उन्होंने दावा किया कि निर्वाचन आयोग की तरफ शेरो-शायरी के अलावा कोई ठोस जवाब नहीं मिला।

हक

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)