
रामगढ़, 20 फरवरी : झारखंड के रामगढ़ जिले में एक व्यक्ति ने अपनी बीमार मां को कथित तौर पर घर में बंद कर दिया और पत्नी, बच्चों तथा ससुराल वालों के साथ महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज चला गया. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बुधवार को रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुभाष नगर कॉलोनी में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के एक क्वार्टर से 65 वर्षीय महिला को मुक्त कराया. पुलिस ने बताया कि महिला सोमवार से घर में बंद थी और चूड़ा खाकर जिंदा थी. पड़ोसियों को उसके बारे में तब पता चला जब वह भूख के कारण सहायता के लिए चिल्लाने लगी.
रामगढ़ के उप-संभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) परमेश्वर प्रसाद ने कहा कि बुजुर्ग महिला की पहचान संजू देवी के रूप में हुई है. उन्होंने कहा, “संजू देवी को उसके बेटे अखिलेश कुमार ने सोमवार से अपने सीसीएल क्वार्टर में बंद कर दिया था. कुमार अपने परिवार के साथ प्रयागराज में महाकुंभ देखने गया था. बुधवार को उनकी (संजू देवी की) बेटी द्वारा पुलिस को सूचित करने के बाद उन्हें बचाया गया.” उन्होंने कहा कि कुमार सीसीएल कर्मचारी है. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार ने पुलिस को जानकारी दी कि उसकी मां की तबीयत खराब है और वे उसके खाने-पीने का सारा इंतजाम करके प्रयागराज गए थे. यह भी पढ़ें : ओडिशा सरकार ने महानदी पर 16 बांध और 15 बैराज बनाने की योजना बनाई: मुख्यमंत्री
महिला की बेटी चांदनी देवी, जो कहुबेरा में सीसीएल क्वार्टर से लगभग पांच किलोमीटर दूर रहती है, ने कहा कि उसे पड़ोसियों से फोन पर मां के बारे में जानकारी मिली. देवी ने संवाददाताओं को बताया, “पुलिस ने ताला तोड़कर उसे बचाया. पड़ोसियों ने तुरंत उसे खाना दिया. उसे दवाइयां भी दी गईं और सीसीएल अस्पताल में भर्ती कराया गया.” देवी ने बताया कि उसके भाई अखिलेश कुमार को अनुकंपा के आधार पर सीसीएल में नौकरी मिली थी और वह रामगढ़ जिले में सीसीएल के अरगडा क्षेत्र में काम करता है.