नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर सेवानिवृत्ति कोष निकाय ईपीएफओ के नए सदस्यों की संख्या अगस्त में सालाना आधार पर 9.07 प्रतिशत बढ़कर 18.53 लाख हो गई है। रविवार को जारी पेरोल आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
श्रम मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि ईपीएफओ ने अगस्त 2024 में लगभग 9.30 लाख नए सदस्यों को जोड़ा, जो अगस्त, 2023 से 0.48 प्रतिशत की वृद्धि है।
इसमें कहा गया है कि नए सदस्यों में यह उछाल रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के सफल पहुंच कार्यक्रमों के कारण है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा जारी अगस्त, 2024 के अस्थायी पेरोल आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 में 18.53 लाख सदस्यों की शुद्ध वृद्धि हुई, जो सालाना 9.07 प्रतिशत की वृद्धि है।
आंकड़ों का एक उल्लेखनीय पहलू 18-25 आयु वर्ग का प्रभुत्व है, जो अगस्त, 2024 में कुल नए सदस्य जुड़ने का 59.26 प्रतिशत है।
इसके अलावा, अगस्त, 2024 के लिए 18-25 आयु वर्ग के लिए शुद्ध पेरोल डेटा 8.06 लाख था।
पेरोल डेटा से पता चलता है कि लगभग 13.54 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर निकल गए और फिर से इसमें शामिल हो गए। यह आंकड़ा साल-दर-साल 14.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना, जिससे दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण की रक्षा हुई और उनकी सामाजिक सुरक्षा का विस्तार हुआ।
पेरोल डेटा के लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है कि महीने के दौरान जोड़े गए नए सदस्यों में से लगभग 2.53 लाख नई महिला सदस्य हैं। यह आंकड़ा सालाना 3.75 प्रतिशत की वृद्धि है।
इसके अलावा, समीक्षाधीन महीने के दौरान शुद्ध महिला सदस्य वृद्धि लगभग 3.79 लाख रही। यह साल-दर-साल 10.41 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
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