नयी दिल्ली, 23 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम बजट को नयी उर्जा, बेहतर विकास और सुनहरे भविष्य के साथ ही रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर लेकर आने वाला बताया और कहा कि यह भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में ‘उत्प्रेरक’ का काम करेगा तथा विकसित भारत की ठोस नींव भी रखेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए 2024-25 के बजट को उन्होंने समाज के हर वर्ग को शक्ति देने वाला करार दिया और कहा कि रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन संबंधी योजना से देश में करोड़ों नये रोजगार पैदा होंगे. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज का बजट नए अवसर, नयी ऊर्जा लेकर आया है. ये ढेर सारे नये रोजगार, स्वरोजगार के अवसर लेकर आया है. ये बेहतर वृद्धि (ग्रोथ) और सुनहरा भविष्य लेकर आया है. आज का बजट, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनाने और उस पूरी प्रक्रिया में उत्प्रेरक का काम करेगा, विकसित भारत की एक ठोस नींव रखेगा.’’
उन्होंने वीडियो संदेश के माध्यम से बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘यह बजट देश के गांव, गरीब, किसान को समृद्धि की राह पर ले जाने वाला बजट है.’’ मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं और इससे नया मध्यम वर्ग बना है, यह उनके सशक्तीकरण की निरंतरता का भी बजट है. उन्होंने कहा, ‘‘यह नौजवानों को अनगिनत नये अवसर देने वाला बजट है. इस बजट से शिक्षा और स्किल (कौशल) को नयी गति मिलेगी. यह मध्यम वर्ग को नयी ताकत देने वाला बजट है. यह जनजातीय समाज, दलित, पिछड़ों को सशक्त करने की मजबूत योजनाओं के साथ आया है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट से महिलाओं की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी और इससे छोटे व्यापारियों व लघु उद्योगों को प्रगति का नया रास्ता मिलेगा. उन्होंने कहा कि इसमें विनिर्माण और अवसंरचना विकास पर भी बल दिया गया है जिससे आर्थिक विकास को नयी गति मिलेगी और निरंतरता मिलेगी. रोजगार और स्वरोजगार के ‘अभूतपूर्व’ अवसर को अपनी सरकार की पहचान करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का बजट इसे और सुदृढ़ करता है. यह भी पढ़ें : केंद्रीय बजट विकसित भारत के सपने को साकार करने में सहायक होगा : मुख्यमंत्री साय
रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश में करोड़ों नये रोजगार उत्पन्न होंगे और जीवन में पहली नौकरी पाने वाले युवा की पहली तनख्वाह सरकार देगी. उन्होंने कहा, ‘‘कौशल विकास और उच्च शिक्षा के लिए मदद हो या फिर एक करोड़ नौजवानों को इंटेंसिव (प्रोत्साहन) की योजनाएं, इससे गांव के गरीब युवाओं को देश की शीर्ष कंपनियों में काम करने का अवसर मिलेगा, उनके सामने संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे. हमें हर शहर, हर गांव में घर-घर उद्यमी बनाना है.’’ बिना गारंटी मुद्रा लोन की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए किये जाने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इससे छोटे कारोबारियों विशेष रूप से महिलाओं, दलित, पिछड़़े, आदिवासी परिवारों में स्वरोजगार को बल मिलेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हम सब लोग मिलकर भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि बजट में भारत के रक्षा क्षेत्र को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के लिए अनेक प्रावधान हैं और इसमें पर्यटन क्षेत्र पर भी ध्यान दिया गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट देश के स्टार्टअप्स और नवोन्मेष इकोसिस्टम के लिए ढेर सारे नये अवसर लेकर आया है.
उन्होंने कहा, ‘‘अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 1,000 करोड़ रुपए का कोष हो, एंजेल कर हटाने का फैसला हो, ऐसे कई सारे कदम इस बजट में उठाए गए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं और पर्यटन क्षेत्र पर भी विशेष बल दिया गया है. कर संबंधी बजट घोषणाओं का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इन कदमों से हर करदाता को अतिरिक्त बचत होने वाली है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में भारत का आत्मनिर्भर बनना समय की मांग है, इसलिए दलहन और तिलहन की पैदावार बढ़ाने के लिए बजट में किसानों को मदद की घोषणा की गई है. उन्होंने कहा, ‘‘देश में गरीबी समाप्त हो, गरीब का सशक्तीकरण हो, इस दिशा में भी आज के बजट में प्रमुख घोषणाएं की गई हैं.’’