Indore Bawadi Accident: CM शिवराज सिंह चौहान घटनास्थल पहुंचे, अस्पताल में घायलों से मिले, लोगों ने नारेबाजी की
सीएम शिवराज सिंह चौहान (Photo Credits FB)

इंदौर, 31 मार्च : मध्य प्रदेश के इंदौर में पुरातन बावड़ी पर बनाए गए एक मंदिर की जमीन धंसने से 35 लोगों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार जांच के बाद इस हादसे के दोषियों की जिम्मेदारी तय करेगी. मुख्यमंत्री ने इस हादसे के अगले दिन एक निजी अस्पताल में भर्ती 16 लोगों का हाल-चाल जाना और फिर पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में घटनास्थल का दौरा किया. इस दौरान राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी उनके साथ थे. चौहान ने संवाददाताओं से कहा, “प्रशासन ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं और पुलिस ने प्रकरण भी दर्ज कर लिया है. हम जांच के बाद दोषियों की जिम्मेदारी तय करेंगे और उनके खिलाफ कदम उठाएंगे.”

मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे राज्यभर में जांच कर पता लगाएं कि किन कुओं और बावड़ियों को असुरक्षित तरीके से ढंककर उन पर निर्माण किया गया है और कौन-से नलकूप खुले रखे गए हैं? उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि इंदौर के मंदिर में हुए हादसे जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. अगर जांच के दौरान निजी या सरकारी जमीन पर कोई कुआं, बावड़ी या नलकूप खतरनाक हालत में मिला, तो संबंधित भूमि मालिक या अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.” मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर में रामनवमी पर किए जा रहे हवन के दौरान हुए हादसे के बाद एक शख्स अब तक लापता है और राज्य सरकार की प्राथमिकता उसे ढूंढ निकालना है. यह भी पढ़ें : UP: बलरामपुर में युवक की हत्या के मामले में उसके दो दोस्त गिरफ्तार, मृतक का सिर बरामद

उन्होंने कहा, “मैं कल रातभर बचाव अभियान पर नजर रखता रहा और अधिकारियों से इसकी जानकारी लेता रहा.” इस बीच, एक वीडियो सामने आया है, जिसमें चौहान, राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और स्थानीय भाजपा नेताओं के सामने कुछ आक्रोशित लोग हादसे के विरोध में ‘‘मुर्दाबाद-मुर्दाबाद’’, ‘‘हाय-हाय’’ और ‘‘शेम-शेम’’ के नारे लगाते नजर आ रहे हैं. चश्मदीदों ने बताया कि यह नारेबाजी तब हुई, जब मुख्यमंत्री और अन्य लोग हादसे में मारे गए लोगों के शोकसंतप्त परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे.