‘दूरसंचार कंपनियों ने दबाव के बावजूद निम्न आय वर्ग के ग्राहकों को दी राहत, इसका विस्तार उचित नहीं’

सीओएआई ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) और सरकार को लगता है कि सभी प्रीपेड फीचर फोन ग्राहकों को इस लाभ का विस्तार किया जाना चाहिए, तो यह अन्य आवश्यक सेवाओं की तरह दूरसंचार क्षेत्र को सब्सिडी उपलब्ध करा कर किया जा सकता है।

नयी दिल्ली, नौ अप्रैल दूरसंचार उद्योग के संगठन सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) ने कहा है कि आपरेटरों ने वित्तीय दबाव के बावजूद कम आय वर्ग के ग्राहकों को पर्याप्त राहत उपलब्ध कराई है, लेकिन सभी प्रीपेड ग्राहकों को इस तरह का लाभ उपलब्ध कराने की उम्मीद करना उचित नहीं होगा।

सीओएआई ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) और सरकार को लगता है कि सभी प्रीपेड फीचर फोन ग्राहकों को इस लाभ का विस्तार किया जाना चाहिए, तो यह अन्य आवश्यक सेवाओं की तरह दूरसंचार क्षेत्र को सब्सिडी उपलब्ध करा कर किया जा सकता है।

ट्राई को लिखे पत्र में सीओएआई ने कहा कि इसकी भरपाई यूएसओ कोष के जरिये की जा सकती है। सार्वभौमिक सेवा दायित्व (यूएसओ) कोष में 31 मार्च, 2020 तक 51,500 करोड़ रुपये की राशि बिना इस्तेमाल पड़ी थी।

सीओएआई ने कहा कि दूरसंचार आपरेटरों ने कम आय वर्ग के उपभोक्ताओं को राहत के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं, जिन्हें इस संकट के समय वास्तव में मदद की जरूरत थी।

एसोसिएशन ने कहा कि यह उम्मीद करना है कि यह लाभ ऐसे उपभोक्ताओं को भी उपलब्ध कराया जाए, जो रिचार्ज कराने में सक्षम हैं, उचित नहीं होगा।

सीओएआई ने कहा कि सक्षम उपभोक्ताओं को लाभ देना एक तरह से ‘अनुचित सब्सिडी’ होगी, जिससे उद्योग को भारी नुकसान होगा।

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