मुंबई, 15 मई: स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी दिन तेजी रही और दोनों मानक सूचकांक...बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी...पांच महीने के उच्चस्तर पर पहुंच गये. विदेशी संस्थागत निवेशकों का पूंजी प्रवाह जारी रहने तथा एशिया तथा यूरोप के बाजारों में मजबूत रुख से बाजार को समर्थन मिला. यह भी पढ़ें: Share Market: उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 179 अंक चढ़ा, निफ्टी 49 अंक मजबूत
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 317.81 अंक यानी 0.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ 62,345.71 अंक पर बंद हुआ। यह 14 दिसंबर, 2022 के बाद सेंसेक्स का उच्चस्तर है.
कारोबार के दौरान एक समय यह 534.77 अंक तक उछल गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 84.05 अंक यानी 0.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,398.85 अंक पर बंद हुआ। यह निफ्टी का 20 दिसंबर, 2022 के बाद उच्च स्तर है.
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स तिमाही परिणाम की घोषणा के बाद करीब तीन प्रतिशत मजबूत हुआ. इसके अलावा आईटीसी, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टुब्रो, इन्फोसिस, टाटा स्टील और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से लाभ में रहे. घरेलू मांग बढ़ने और आपूर्ति व्यवस्था सुधरने से टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 5,408 करोड़ रुपये रहा. चुनौतियों के बावजूद चालू वित्त वर्ष में भी कंपनी का लाभ मार्जिन सुधरने की उम्मीद है.
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में मारुति सुजुकी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस, एशियन पेट्स, बजाज फिनसर्व और नेस्ले इंडिया शामिल हैं. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति में कमी, विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने तथा वैश्विक स्तर पर जिंसों के दाम में नरमी से अगली तिमाही में तिमाही आधार पर मजबूत वित्तीय परिणाम की उम्मीद से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी रही.’’
नायर ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर 4.7 प्रतिशत पर आ गयी. वहीं थोक महंगाई दर भी कम हुई है. यह भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में बदलाव नहीं करने के निर्णय की पुष्टि करता है. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बैंक, वित्तीय, वाहन तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से सूचकांक बढ़त में रहे। यह रुख जारी रखने का संकेत है.’’
वैश्विक स्तर पर जिंसों की कीमतों में नरमी से खाद्यान्न, ईंधन तथा उत्पादकों के लिये कच्चे माल की लागत कम होने से थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल में तीन साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई है. थोक महंगाई दर अप्रैल में शून्य से 0.92 प्रतिशत नीचे रही.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,014.06 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने घरेलू शेयरों में रुचि दिखायी है और पहले पखवाड़े में 23,152 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में ज्यादातर लाभ में रहे. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मामूली नुकसान में रहे. उधर, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत उछलकर 74.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
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