अयोध्या (उप्र), 29 जून : उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में 14 किलोमीटर लंबे राम पथ के निर्माण और सड़क के नीचे सीवर लाइन बिछाने में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) एवं उत्तर प्रदेश जल निगम के छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. इस बीच, फैजाबाद से नवनिर्वाचित लोकसभा सांसद अवधेश प्रसाद ने शनिवार को अयोध्या में 14 किलोमीटर लंबे राम पथ के निर्माण और सड़क के नीचे सीवर लाइन बिछाने में घोर लापरवाही के लिए उच्च स्तरीय जांच की मांग की .
अयोध्या में पिछले शनिवार और मंगलवार की रात को हुई बारिश में ही राम पथ के किनारे स्थित करीब 15 गलियां और सड़कें जलमग्न हो गईं. राम पथ के किनारे स्थित घरों में न सिर्फ बरसात का पानी घुस गया, बल्कि नवनिर्मित राम पथ का 14 किलोमीटर का हिस्सा एक दर्जन से अधिक स्थानों पर धंस गया. सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने इस मामले में अहमदाबाद स्थित ठेकेदार कंपनी भुवन इंफ्राकॉम प्राइवेट लिमिटेड को भी नोटिस जारी किया है. यह भी पढ़े :राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री समेत पूरे भारत ने टी20 विश्व कप जीतने पर टीम को दी बधाई
इस बीच, शनिवार को स्थानीय सांसद अवधेश प्रसाद ने समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव और उनकी टीम के साथ राम पथ और अयोध्या के अन्य इलाकों का निरीक्षण किया. प्रसाद ने पीटीआई- से बातचीत में कहा, ‘‘कितने लोग जिम्मेदार हैं, कौन जिम्मेदार हैं, सब कुछ स्पष्ट होना चाहिए. इस मामले में कुछ लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर्याप्त नहीं है. राम पथ निर्माण में अनियमितताओं में और भी लोग शामिल हैं.’’