मुंबई, 6 जून : शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना की अटकलों के बीच शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोग जो चाहेंगे, वही होगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस बारे में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के मन में कोई भ्रम नहीं है. ठाकरे ने कहा, “महाराष्ट्र के लोग जो चाहेंगे, वही होगा.”
उद्धव और राज ठाकरे द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों ने दोनों के बीच संभावित सुलह की अटकलों को हवा दे दी है. दोनों नेताओं के बयानों से संकेत मिला है कि वे ‘मामूली मुद्दों’ को नजरअंदाज कर सकते हैं और लगभग दो दशक के अलगाव के बाद फिर से हाथ मिला सकते हैं. राज ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि मराठी मानुष (मराठी भाषी लोगों) के हित में एकजुट होना मुश्किल नहीं है, वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटी-मोटी लड़ाइयों को किनारे रखने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को शामिल न किया जाए. यह भी पढ़ें : यूपी के सहारनपुर में मुस्लिम राजपूत महापंचायत का ऐतिहासिक फैसला, शादियों में सादगी को प्राथमिकता, फिजूलखर्ची और पुरानी रस्मों पर रोक
मनसे नेता अमित ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा था कि मीडिया में बयानबाजी से गठबंधन नहीं होता. उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन की किसी भी संभावना के लिए उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को एक-दूसरे से बात करनी चाहिए. इससे पहले शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा था कि अगर कोई महाराष्ट्र के हितों की रक्षा के लिए साथ आना चाहता है, तो ‘हम उन्हें भी साथ लेकर चलेंगे’.













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