सरकारी समाचार एजेंसी ‘आईआरएनए’ के मुताबिक, ईरान के इस्फ़हान शहर में भी गोलीबारी की घटना हुई, जिसमें अर्धसैनिक बल बसिज के दो सदस्यों की जान चली गई. दोनों हमलों में बंदूकधारी कथित तौर पर मोटरसाइकिल पर सवार थे. सरकारी टेलीविजन के अनुसार, हमलों के पीछे का मकसद अभी पता नहीं चल पाया है. इनका नाता ईरान में पुलिस हिरासत में एक युवती की मौत को लेकर पिछले दो महीने से जारी राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों से होने के भी कोई सबूत नहीं मिले हैं. Istanbul Car Blast: तुर्की के फतह जिले में विस्फोट के बाद तीन कारों में लगी आग (Watch Video)
ईज़ेह में हुए हमले में सुरक्षा कर्मियों सहित 10 लोगों के घायल होने की खबर है. खुज़ेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर वलीओल्लाह हयाती ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि ईज़ेह में मारे गए लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं.
ईज़ेह, खुज़ेस्तान प्रांत में ही स्थित है. सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों के कई समूह बुधवार देर रात ईज़ेह के विभिन्न हिस्सों में इकट्ठे हुए, सरकार विरोधी नारे लगाए और पुलिस पर पथराव किया. पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. इस दौरान किसी ने शिया समुदाय के मदरसे में आग लगा दी.
गौरतलब है कि ईरान में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय युवती की मौत के विरोध में लोग सितंबर से सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. ईरान में नैतिकता के नाम पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने युवती महसा अमीनी (22) को पकड़ा था और 16 सितंबर को हिरासत में ही उसकी मौत हो गई थी.
ईरान की सरकार ने लगातार यह दावा किया है कि अमीनी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया, जबकि अमीनी के परिवार का कहना है कि उसके शरीर पर चोट व पिटाई के निशान थे. अमीनी को हिजाब सही तरीके से न पहनने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. देश में पिछले दो महीने से जारी प्रदर्शनों में कम से कम 344 लोगों की जान गई है, जबकि 15,820 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन को रोकने के लिए ईरानी बलों की ओर से की जा रही कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं.