प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद में सेंसेक्स 371 अंक सुधरा , निफ्टी 9,380 अंक पर पहुंचा
वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली का जोर रहने से सेंसेक्स 371 अंक सुधर कर करीब सात सप्ताह बाद 32,000 अंक से ऊपर बंद हुआ। कारोबार की समाप्ति पर यह 371.44 अंक यानी 1.17 प्रतिशत बढ़कर 32,114.52 अंक रहा। घट बढ के दौर में यह दिन में 32,199.91 से 31,661.34 अंक के दारे में रहा।
मुंबई, 28 अप्रैल कोरोना वायरस से जूझती अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिये सरकार द्वारा एक और प्रोत्साहन पैकेज दिये जाने की उम्मीद में स्थानीय शेयर बाजार में तेजी बरकार रही। बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक मंगलवार को लगातार दूसरे दिन लाभ में रहा।
वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली का जोर रहने से सेंसेक्स 371 अंक सुधर कर करीब सात सप्ताह बाद 32,000 अंक से ऊपर बंद हुआ। कारोबार की समाप्ति पर यह 371.44 अंक यानी 1.17 प्रतिशत बढ़कर 32,114.52 अंक रहा। घट बढ के दौर में यह दिन में 32,199.91 से 31,661.34 अंक के दारे में रहा।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.60 अंक यानी 1.06 प्रतिशत बढ़कर 9,380.90 अंक पर बंद हुआ। यह 13 मार्च के बाद इसका सबसे ऊंचा स्तर है।
सोमवार को भी बीएसई सेंसेक्स 415.86 अंक और निफ्टी में 128 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी। आज मंगलवार को भी इसमें बढ़त का रुख बना रहा।
रिजर्व बैंक की तरफ से म्यूचुअल फंड उद्योग को 50,000 करोड़ रुपये का नकदी समर्थन दिये जाने से वित्तीय कंपनियों के शेयरों में खरीदारी का जोर रहा।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने के साथ इंडसइंड बैंक सबसे अधिक लाभ वाला शेयर रहा। वहीं बजाज फाइनेंस, एचउीएफसी, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा और स्टेट बैंक में तेजी का रुख रहा।
इसके विपरीत सन फार्मा, नेस्ले इंडिया, एनटीपीसी, एचसीएल टेक और भारतीय एयरटेल गिरावट वाले प्रमुख शेयर रहे।
कारोबारियों का कहना है कि रिजर्व बैंक की तरफ से म्यूचुअल फंड उद्योग के लिये 50,000 करोड़ रुपये की नकदी सुविधा पेशकश से वित्तीय कंपनियों के शेयरों में खरीदारी का जोर रहा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिये एक और पैकेज जारी होने की उम्मीद से भी बाजार में खरीदारी को बढ़ावा मिला।
जियोजित फाइनेंसियल सविर्सिज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के नेतृत्व में प्रमुख सूचकांकों में बढ़त रही। वित्तीय कंपनियों के शेयरों की इसमें अग्रणी भूमिका रही। वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज को लेकर उम्मीद बढ़ी है, इससे बाजार को समर्थन मिला। किसी खास शेयर में उस कंपनी के परिणाम और प्रबंधन की बयानों के आधार पर प्रतिक्रिया देखी गई है।’’
हालांकि, उन्होंने कहा कि बाजार में यह तेजी बरकरार रहेगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि लॉकडाउन कितना खुलता है और कारोबारी गतिविधियों को फिर से पटरी पर लाने के लिये क्या उपाय किये जाते हैं।
एशियाई बाजारों में मिला जुला रुख रहा। सरकारें कारोबार खोलने की तरफ बढ़ रही हैं और केन्द्रीय बैंक अर्थव्यवसथा के लिये नकदी उपलब्ध करा रहे हैं। यूरोपीय बाजारों में इस बात को लेकर अच्छी शुरुआत रही कि कोरोनावायरस के आंकड़ों के बढ़ने की चाल धीमी पड़ी है।
अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चे तेल का वायदा भाव 1.95 प्रतिशत बढ़कर 23.52 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया। मुद्रा बाजार में रुपया सात पैसे ऊंचा रहा।
इस बीच दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 30 लाख के पार निकल गई जिसमें 2.11 लाख लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस संक्रमण से 934 लोगों की मौत हुई है जबकि कुल संक्रमित लोगों की संख्या 29,435 तक पहुंच गयी है।
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