मुंबई, 13 फरवरी घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बैंक शेयरों में भारी बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स करीब 251 अंक टूटकर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट से भी धारणा प्रभावित हुई।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 250.86 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,431.84 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, सेंसेक्स एक समय ऊंचे में 60,740.95 अंक तक गया और नीचे में 60,245.05 अंक तक आया।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 85.60 अंक यानी 0.48 टूटकर 17,770.90 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक सबसे ज्यादा 2.83 प्रतिशत के नुकसान में रहा। इसके अलावा इन्फोसिस, टीसीएस, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, विप्रो और एक्सिस बैंक भी नुकसान में रहे।
इसके उलट टाइटन, एलएंडटी, एनटीपीसी, पावरग्रिड, सन फार्मा, आईटीसी, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक 1.97 प्रतिशत तक लाभ में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बॉन्ड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक के बढ़ने के साथ घरेलू बाजार में चौतरफा बिकवाली दबाव देखने को मिला। बिकवाली को लेकर आईटी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आगे रहे। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट जारी रहने से घरेलू बाजार में चिंता है।’’
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप यानी मझोली और छोटी कंपनियों के सूचकांक 1.25 प्रतिशत तक नुकसान में रहे।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में गिरावट का असर घरेलू बाजार पर दिखा। निवेशक फेडरल रिजर्व के महंगाई को काबू में लाने के लिये नीतिगत दर को कड़ा किये जाने के रुख से चिंतित हैं...हमारा मानना है कि बाजार का रुझान हल्का रहेगा क्योंकि निवेशकों को वैश्विक के साथ-साथ घरेलू स्तर पर प्रमुख आंकड़ों की प्रतीक्षा है। इन आंकड़ों से कुछ दिशा मिलेगी।’’
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त में रहा था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85.23 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 15 पैसे टूटकर 82.73 (अस्क्थायी) पर आ गयी।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को पूंजी बाजार में लिवाल रहे। उन्होंने 1,458.02 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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