नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने सोमवार को कहा कि उपग्रह संचार संपर्क से वंचित दूरदराज के क्षेत्रों को जोड़ने का एक ‘जादुई हथियार’ है।
उन्होंने कहा कि कंपनियों के पास अब उपग्रह संपर्क का लाभ उठाकर उन दूरदराज क्षेत्रों को जोड़ने का नया तथा बेहतरीन अवसर है, जहां अभी तक संपर्क या कनेक्टिविटी नहीं पहुंची है।
राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘एनडीटीवी वर्ल्ड समिट’ में मित्तल ने कहा कि दुनिया में करीब दो अरब लोग अब भी इंटरनेट से वंचित हैं और भारतीय संदर्भ में भी ऐसे क्षेत्र हैं... जैसे रेगिस्तान, जंगल, समुद्र तट के बड़े हिस्से जहां न तो मोबाइल संपर्क और न ही फाइबर संभव है।
मित्तल ने कहा, ‘‘ उन क्षेत्रों के लिए आपको उपग्रह संचार की आवश्यकता है, और मेरे मानना है कि यह हमारे लिए, मोबाइल संचालकों या दूरसंचार संचालकों के लिए नए अवसरों का एक बड़ा स्रोत है। इससे हम इसे एक साथ लाकर उन क्षेत्रों को जोड़ सकते हैं जो अब भी पीछे रह गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारत की करीब पांच प्रतिशत आबादी इंटरनेट संपर्क से वंचित है .. इसके लिए उपग्रह ही एकमात्र समाधान है।
मित्तल ने कहा, ‘‘ भारत अपनी 95 प्रतिशत आबादी को बहुत उच्च गुणवत्ता वाला ‘सिग्नल’ प्रदान करता है, लेकिन अब भी देश में पांच प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्हें इंटरनेट नहीं मिलता है। वे देश के 25 प्रतिशत क्षेत्र में रहते हैं। इसलिए यह बहुत बड़ा क्षेत्र है, जिसकी आबादी बहुत कम है। इसे जोड़ने का एकमात्र तरीका उपग्रह है।’’
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