संभल (उप्र), 29 नवंबर उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस मस्जिद में और अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई।
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने शाही जामा मस्जिद के बाहर पत्रकारों से कहा कि संभल में बहुत ही शांति के साथ नमाज अदा की गयी। उन्होंने दावा किया कि मंडल के सभी जिलों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गयी।
उन्होंने कहा, ‘‘ जामा मस्जिद में हमेशा की तरह शांति रही। हम लोग सबको विश्वास में लेकर कार्य कर रहे हैं और साथ ही सब में विश्वास बहाली कर रहे हैं।’’
मंडलायुक्त ने शांतिपूर्ण ढंग से नमाज के लिए सभी संप्रदायों के लोगों के सहयोग के लिए उनकी सराहना की।
जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने कहा,‘‘ मैंने वीडियो जारी कर अपील की थी कि सभी लोग अमन- चैन एवं शांति से नमाज पढ़ने आएं और नमाज शांति से संपन्न हुई।आगे भी शांति रहेगी- हमारी यह कोशिश है।’’
संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद यह पहली जुमे की नमाज थी। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जामा मस्जिद और उसके आसपास की सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।स्थानीय लोग नमाज के लिए एकत्र हुए थे।
जिले के अधिकारियों ने नमाज से पहले एक सार्वजनिक अपील जारी की थी और लोगों से जामा मस्जिद में एकत्र होने के बजाय अपने आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करने का आग्रह किया था।
अधिकारियों के अनुसार स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिसकर्मियों के अलावा मस्जिद के आसपास अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि निगरानी बढ़ाने और किसी भी संभावित गड़बड़ी को रोकने के लिए ड्रोन भी तैनात किए गए हैं।
संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार सर्वेक्षण किये जाने के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया है उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था।
चौबीस नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण किये जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गयी थी तथा 25 अन्य जख्मी हो गये थे।
शुक्रवार को जुमे की नमाज और संभल के चंदौसी स्थित जिला न्यायालय में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के मामले में सुनवाई के मद्देनजर यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी। हालांकि रिपोर्ट पूरी तरह तैयार न होने से अदालत में पेश नहीं की जा सकी और अदालत ने अगली सुनवाई के लिए आठ जनवरी की तारीख तय कर दी ।
इसके पहले मंडलायुक्त ने कहा था कि प्रशासन ने ‘प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी’ की 13 कंपनी, त्वरित कार्य बल की एक कंपनी, जोन स्तर का पुलिस बल के साथ-साथ स्थानीय पुलिस बल को भी तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा आरक्षित पुलिस बल की व्यवस्था की गयी है जो संभल में ही मौजूद रहेंगे।
सिंह ने बताया कि चंदौसी स्थित न्यायालय के साथ संवेदनशील धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी बढ़ायी गयी है।
बृहस्पतिवार को मस्जिद के पास के इलाकों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया था।
हालांकि, शहर में हालात लगभग सामान्य हो चुके हैं लेकिन मस्जिद के पास के बाजारों के कारोबारियों का दावा है कि घटना के बाद से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान मस्जिद से आधा किलोमीटर दूर स्थित सर्राफा बाजार के दुकानदारों को हुआ है।
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