मुंबई, तीन मई अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले बुधवार को सात पैसे की तेजी के साथ 81.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने की वजह से रुपया एक सीमित दायरे में रहा।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने तथा कच्चे तेल की कीमत 75 डॉलर प्रति डॉलर के नीचे आने से भी रुपये को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 81.80 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और कारोबार के अंत में यह इसी भाव पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपया 81.75 के उच्चस्तर तक गया और 81.86 के निचले स्तर तक आया।
मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 81.87 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.58 प्रतिशत घटकर 101.37 रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 161.41 अंक या 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,193.30 अंक पर जबकि एनएसई निफ्टी 57.80 अंक की गिरावट के साथ 18,089.95 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 4.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72.11 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, हालांकि, कमजोर घरेलू शेयर बाजार ने तेज लाभ को सीमित कर दिया। अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भारतीय रुपये में मजबूती आई।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने बुधवार को 1,338 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीद की।
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