मुंबई, 25 जून कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में स्थिरता और घरेलू बाजार में मजबूती के रुख के बीच मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की बढ़त के साथ 83.43 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ।
हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से रुपये पर दबाव पड़ा और इसका लाभ सिमट गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.46 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और सत्र के दौरान 83.41 के ऊपरी और 83.48 के निचले स्तर तक गया।
कारोबार के अंत में रुपया 83.43 पर बंद हुआ, जो इसके पिछले बंद भाव से चार पैसे की बढ़त है। सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे बढ़कर 83.47 पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि रुपया थोड़े सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा क्योंकि मजबूत घरेलू बाजार और नरम अमेरिकी डॉलर से इसे समर्थन मिल सकता है। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और भू-राजनीतिक तनाव इसे सीमित कर सकते हैं।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर और भारतीय रुपये का हाजिर विनिमय भाव 83.20 रुपये से 83.65 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत बढ़कर 105.50 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.48 प्रतिशत गिरकर 85.60 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 712.44 अंक उछलकर 78,053.52 के नए शिखर पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 183.45 अंक बढ़कर रिकॉर्ड 23,721.30 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 1,175.91 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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