मुंबई, एक दिसंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को चार पैसे के सुधार के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के ब्याज दरों में वृद्धि की गति धीमी करने के संकेत के बाद डॉलर के व्यापक स्तर कमजोर होने के साथ रुपये में तेजी आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चा तेल कीमतों में गिरावट और घरेलू शेयर बाजार में तेजी आने के बीच निवेशकों की कारोबारी धारणा मजबूत हुई जबकि विदेशी पूंजी की निकासी बढ़ने से रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.08 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 80.98 के उच्चस्तर और 81.32 के निचले स्तर तक गया। अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे की तेजी के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये का पिछला बंद भाव 81.30 प्रति डॉलर था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, "भारतीय रुपये ने मजबूत एशियाई मुद्राओं और जोखिम-लेने की धारणा में सुधार के साथ नए महीने की शुरुआत की।’’
उन्होंने कहा, "पिछले चार दिनों में से तीन में रुपये में वृद्धि हुई है। इसका कारण फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल का बयान है, उन्होंने जिसमें ब्याज दरों में वृद्धि की गति धीमी रहने का संकेत दिया। इसके बाद डॉलर इंडेक्स तीन महीने के निचले स्तर पर आ गया है।"
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 105.51 पर रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.10 प्रतिशत घटकर 86.88 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 184.54 अंक बढ़कर 63,284.19 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,565.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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