मुंबई, 20 अगस्त कमजोर अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी के दम पर भारतीय रुपया मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में मजबूत रहा और यह 10 पैसे की बढ़त के साथ 83.77 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पूंजी की निकासी ने रुपये की मजबूती को कुछ हद तक सीमित करने का काम किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.86 पर खुला और 83.76 से लेकर 83.88 के दायरे में रहा। रुपया कारोबार के अंत में 83.77 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद स्तर से 10 पैसे की बढ़त है।
पिछले कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे बढ़कर 83.87 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर अमेरिकी डॉलर और सकारात्मक घरेलू बाजारों के कारण रुपया करीब ढाई सप्ताह के उच्चस्तर पर पहुंच गया।
चौधरी ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने भी रुपये को सहारा दिया। हालांकि, विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी से रुपये की बढ़त सिमट गई।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 101.68 पर कारोबार कर रहा था।
विश्लेषकों के मुताबिक, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं बढ़ने से अमेरिकी डॉलर सात महीने के निचले स्तर पर आ गया।
चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये का हाजिर भाव 83.50 रुपये से 84 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।’’
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 प्रतिशत गिरकर 77.42 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
स्थानीय शेयर बाजार में तेजी का माहौल रहा। बीएसई सेंसेक्स 378.18 अंक बढ़कर 80,802.86 अंक पर और एनएसई निफ्टी 126.20 अंक चढ़कर 24,698.85 अंक पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 1,457.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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