मुंबई, छह अगस्त भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप के कारण मंगलवार को रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबरता हुआ कारोबार के अंत में 17 पैसे की मजबूती के साथ 83.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका में मंदी की चिंताओं के बीच वैश्विक बाजारों में मिले-जुले से लेकर कमजोरी तक के रुख ने निवेशकों की कारोबारी धारणा को प्रभावित किया।
इसके अलावा, येन कैरी-ट्रेड को समाप्त करने के भावनात्मक प्रभाव ने रुपये जैसी जोखिमपूर्ण मुद्राओं पर दबाव डाला। हालांकि, रिजर्व बैंक द्वारा संदिग्ध हस्तक्षेप ने स्थानीय मुद्रा का समर्थन किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.92 पर खुला और कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले दिन के उच्चस्तर 83.84 और 83.97 के निचले स्तर को छुआ।
कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 17 पैसे की तेजी के साथ 83.92 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 37 पैसे लुढ़ककर 84.09 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिका में मंदी के बढ़ते जोखिम के बीच वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने के कारण रुपया नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ कारोबार करेगा, जिससे विदेशी निवेशकों द्वारा निकासी हो सकती है। हालांकि, अमेरिकी डॉलर में समग्र कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक द्वारा आगे कोई भी हस्तक्षेप के कारण रुपये को मदद मिल सकती है। कारोबारी अमेरिका से व्यापार संतुलन आंकड़े से संकेत ले सकते हैं। निवेशक इस सप्ताह रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति के फैसले पर नजर रखेंगे। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत के 83.75 रुपये से 84.20 रुपये के बीच कारोबार करने की उम्मीद है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.37 प्रतिशत बढ़कर 103.07 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.17 प्रतिशत गिरकर 76.17 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
घरेलू शेयर बाजारों में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 166.33 अंक गिरकर 78,593.07 अंक पर बंद हुआ। दूसरी ओर निफ्टी 63.05 अंक टूटकर 23,992.55 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 3,531.24 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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