मुंबई, दो जुलाई अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले चार पैसे टूटकर 83.48 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल की कीमतों की तेजी की वजह से रुपये में गिरावट आई।
इसके अलावा घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों की धननिकासी ने भी निवेशकों की कारोबारी धारणा को प्रभावित किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.51 प्रति डॉलर के भाव पर खुला और सत्र के दौरान 83.47 के ऊपरी स्तर तथा 83.56 के निचले स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में पिछले बंद भाव के मुकाबले 4 पैसे की गिरावट के साथ 83.48 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
सोमवार को रुपया 10 पैसे घटकर 83.44 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि रुपया थोड़ा नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा, क्योंकि अमेरिकी डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण रुपये पर दबाव रह सकता है।’’
चौधरी ने आगे कहा कि घरेलू बाजारों में समग्र सकारात्मक रुझान और ताजा विदेशी निवेश की उम्मीदों से रुपये को निचले स्तरों पर समर्थन मिल सकता है। कारोबारी, फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के संबोधन और रोजगार के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत बढ़कर 105.99 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.76 प्रतिशत बढ़कर 87.26 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
स्थानीय शेयर बाजार में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 34.74 अंक घटकर 79,441.45 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 18.10 अंक घटकर 24,123.85 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 2,000.12 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
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