मुंबई, छह मई कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच रुपया सोमवार को अपनी शुरुआती बढ़त गंवाकर सात पैसे की गिरावट के साथ 83.52 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में कमजोर रुख से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.43 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में यह 83.42 के उच्चतम स्तर और 83.55 प्रति डॉलर के निचले स्तर के बीच कारोबार करने के बाद अंत में 83.52 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले बंद भाव से सात पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.45 पर बंद हुआ था।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि आयातकों की डॉलर मांग और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का दबाव स्थानीय मुद्रा पर पड़ा।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने के कारण रुपया थोड़ा सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में कोई भी सुधार तेज उछाल को रोक सकता है। पश्चिम एशिया में किसी भी नए भू-राजनीतिक तनाव के कारण भी उच्चस्तर पर रुपये पर दबाव पड़ सकता है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 105.09 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.80 प्रतिशत चढ़कर 83.62 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 17.39 अंक की तेजी के साथ 73,895.54 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने सोमवार को 2,168.75 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)