मुंबई, 18 अक्टूबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया एक पैसे फिसलकर 84.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार निकासी के प्रभाव को कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और कमजोर डॉलर ने बेअसर किया।
कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख से स्थानीय मुद्रा को समर्थन मिला और इसकी गिरावट पर अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.06 प्रति डॉलर पर खुला और पूरे सत्र के दौरान यह लगभग अपरिवर्तित बना रहा। कारोबार के अंत में रुपया एक पैसे की गिरावट के साथ 84.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 84.06 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों में सुधार और अमेरिकी डॉलर में नरमी ने रुपये में तेज गिरावट को रोका।
उन्होंने कहा कि इजरायल द्वारा हमास के एक शीर्ष नेता की हत्या के बाद पश्चिम एाशिया में नए सिरे से तनाव के बीच डॉलर में मजबूती के कारण रुपये के नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करने का अनुमान है।
चौधरी ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी रुपये पर असर डाल सकता है। हालांकि, रिजर्व बैंक द्वारा किसी भी तरह का हस्तक्षेप रुपये को निचले स्तरों पर सहारा दे सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 83.90 रुपये से 84.30 रुपये के बीच रहने की संभावना है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत घटकर 103.50 रहा।
वायदा कारोबार में अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.16 प्रतिशत घटकर 74.33 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसक्स 218.14 अंक बढ़कर 81,224.75 अंक और एनएसई निफ्टी 104.20 अंक की तेजी के साथ 24,854.05 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 5,485.70 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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